वडोदरा : 23 कलाकारों ने 23 पवित्र स्थलों को चित्रित कर रचा विश्व रिकॉर्ड
इन्फ्लुएंसर बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज हुआ वडोदरा समेत गुजरात के कलाकारों का नाम, विविध माध्यमों में एक दिन में बनाई गई पेंटिंग्स
वडोदरा सहित गुजरात के विभिन्न शहरों के 23 कलाकारों ने मिलकर भारत के 23 पवित्र स्थलों को विविध कलात्मक माध्यमों में चित्रित कर इन्फ्लुएंसर बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराया है। यह अनूठा रिकॉर्ड 31 मई 2025 को वडोदरा में आयोजित एक विशेष समूह प्रदर्शनी के दौरान स्थापित किया गया।
इन कलाकारों को उनके अद्वितीय योगदान के लिए 8 जून 2025 को पी.एन. गाडगिल आर्ट गैलरी, वडोदरा में आयोजित पुरस्कार समारोह में सम्मानित किया गया। समारोह का उद्घाटन प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय रंगोली कलाकार और विश्व रिकॉर्ड धारक राजेंद्र पी. डिंडोरकर द्वारा किया गया।
इस परियोजना में वडोदरा, अहमदाबाद, पादरा, क्वांट और हलोल शहरों के कलाकारों ने भाग लिया। उन्होंने एक ही दिन में ऐक्रेलिक, ऑयल पेस्टल, वाटर कलर, तंजौर, कलर पेंसिल, पोस्टर कलर, सॉफ्ट पेस्टल, पेंसिल शेडिंग, एमडीएफ आर्ट और डिजिटल आर्ट जैसे विभिन्न माध्यमों में पेंटिंग्स बनाई। सबसे युवा प्रतिभागी की उम्र मात्र 13 वर्ष थी जबकि सबसे वरिष्ठ कलाकार 65 वर्ष के थे।
इन कलाकारों ने शिर्डी साईं मंदिर, सिद्धि विनायक, केदारनाथ, बद्रीनाथ, सोमनाथ, बगदाना, अक्षरधाम, काशी विश्वनाथ, बौद्ध स्तूप, वडताल धाम, स्वर्ण मंदिर, अक्कलकोट, रामेश्वरम, राम मंदिर, महाकाली मंदिर, बनारस घाट, कायावरोहन, ऋषिकेश, मथुरा, कांचीपुरम, सूर्य मंदिर, जगन्नाथ पुरी और माजीशा मंदिर जैसे देश के प्रमुख तीर्थ स्थलों को अपनी कला में उकेरा। इस उपलब्धि से कलाकारों ने न सिर्फ भारतीय सांस्कृतिक विरासत को एक नया आयाम दिया है, बल्कि एकता और सौहार्द का संदेश भी दिया है।