सूरत : तेलुगु माध्यम के छात्रों का स्नेहमिलन समारोह: शिक्षकों का सम्मान और पुरानी यादों को साझा किया

33 वर्षों बाद मिले पूर्व छात्र, शिक्षकों के प्रति जताया आभार, शहीदों और दिवंगतों को दी श्रद्धांजलि

सूरत : तेलुगु माध्यम के छात्रों का स्नेहमिलन समारोह: शिक्षकों का सम्मान और पुरानी यादों को साझा किया

सूरत: "जिन गुरुजनों के मार्गदर्शन में हमने जीवन के अध्याय की शुरुआत की, उन्हें हम कभी नहीं भूल सकते" — यह भावपूर्ण उद्गार सूरत के मारूतीनगर प्राथमिक विद्यालय के तेलुगु माध्यम के वर्ष 1991-1992 के पूर्व छात्रों ने व्यक्त किए।

शहर के गोडादरा स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय प्राथमिक शाला में आयोजित इस स्नेहमिलन समारोह में करीब 33 सालों के बाद फिर से एकत्रित हुए इन छात्रों ने अत्यंत उत्साह और उमंग के साथ एक-दूसरे का स्वागत किया और पुरानी यादों को साझा किया।

समारोह की खास बात यह रही कि इस अवसर पर पूर्व शिक्षकों का शॉल और मोमेंटो देकर सम्मान किया गया। शिक्षकों ने भी अपने छात्रों को इतने वर्षों बाद सफल और आत्मनिर्भर रूप में देखकर गर्व की अनुभूति व्यक्त की।

इस भावुक मिलन के दौरान ऑपरेशन सिंदूर में शहीद हुए जवानों, पहलगांव आतंकी हमले में मारे गए निर्दोष नागरिकों, और दिवंगत साथियों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

पूर्व छात्रों ने मंच से बोलते हुए कहा कि, “हमारे जीवन की नींव हमारे शिक्षकों ने रखी। जो प्राथमिक शिक्षा हमें दी गई, उसी के कारण आज हम अपने-अपने जीवन में सफल और सशक्त बने हैं।”

सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ समारोह को और भी जीवंत बनाया गया। कार्यक्रम में तेलुगु समाज के वरिष्ठ सदस्य और पूर्व आचार्य रापोलु बुच्चिरामुलु, शिक्षक दोरनम नरेंद्र, एलिगेटी कनैय्या, और एलिगेटी प्रभाकर की उपस्थिति ने आयोजन को गरिमा प्रदान की।

इस आयोजन को सफल बनाने में जंजिराला श्रीनिवास, रेगोन्डा वेंकटेश, कुसुमा नरेंद्र, वेडुपोल्ली रामकृष्णा, जेल्ला कविता, गनीशेट्टी याकलक्ष्मी, और वंगा रंजिता समेत कई पूर्व छात्रों ने अथक मेहनत की।

कार्यक्रम अत्यंत आनंद, उल्लास और भावनाओं से भरपूर रहा, जिसने न केवल यादों को जीवंत किया बल्कि शिक्षकों और साथियों के प्रति सम्मान का अद्भुत उदाहरण भी प्रस्तुत किया।

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