सूरत : महिला पुलिसकर्मियों के लिए कराटे डिफेंस ट्रेनिंग कैंप, आत्मसुरक्षा के साथ जनसुरक्षा में भी बनेंगी निपुण
एक झटके में हमलावर को पछाड़ने की तकनीक सिखाकर महिलाओं को बनाया जा रहा है मानसिक और शारीरिक रूप से सशक्त
सूरत। आत्मसुरक्षा और जनसुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए सूरत शहर के जोन-1 क्षेत्र में कार्यरत महिला पुलिसकर्मियों के लिए एक विशेष कराटे डिफेंस ट्रेनिंग कैंप का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाते हुए, चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया देना सिखाना था।
वराछा, कापोद्रा, सरथाणा, लसकाणा, सारोली और पुना थानों में कार्यरत महिला पुलिसकर्मियों को इस शिविर में कराटे की विभिन्न तकनीकों के साथ-साथ हमलों से रक्षा और जानलेवा परिस्थितियों में निर्णय क्षमता बढ़ाने का प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण के दौरान ऐसी तकनीकें सिखाई गईं, जिनसे कोई महिला पुलिसकर्मी एक ही झटके में हमलावर को काबू में कर सके। इसके साथ ही उन्हें मानसिक रूप से भी सशक्त बनाने के लिए विशेष ध्यान दिया गया, ताकि वे ड्यूटी के दौरान आने वाली हर चुनौती का आत्मविश्वास के साथ सामना कर सकें।
शिविर में विशेष रूप से उपस्थित पुलिस उपायुक्त आलोक कुमार (जोन-1) ने महिला पुलिसकर्मियों की सक्रिय भागीदारी की सराहना करते हुए कहा,
"ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम न केवल महिलाओं को आत्मरक्षा सिखाते हैं, बल्कि उनका आत्मबल भी बढ़ाते हैं। ये पहल उन्हें निडर और तैयार बनाती है ताकि वे किसी भी परिस्थिति का बहादुरी से सामना कर सकें।"
यह पहल पुलिस विभाग की महिलाओं को न सिर्फ सुरक्षा के मोर्चे पर मजबूती से खड़ा करती है, बल्कि यह समाज को यह संदेश भी देती है कि महिला शक्ति अब किसी भी स्थिति में पीछे नहीं हटेगी।