सूरत : पहलगाम हमले का असर, गुजरात के पर्यटक बाहरी राज्यों से किनारा कर रहे

युद्ध विराम के बावजूद अन्य राज्यों में पर्यटन को झटका, गुजरात के स्थानीय स्थलों पर बढ़ रहा रुझान, अमरनाथ यात्रा पर संशय बरकरार

सूरत : पहलगाम हमले का असर, गुजरात के पर्यटक बाहरी राज्यों से किनारा कर रहे

सूरत। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए भयावह आतंकवादी हमले, जिसमें गुजरात के 26 लोगों की जान चली गई थी, का असर अब पर्यटन पर साफ दिखाई दे रहा है।

इसके बाद 7 मई को भारत द्वारा आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले और भारत-पाकिस्तान के बीच उत्पन्न युद्ध जैसी स्थिति के बाद, पर्यटकों का रुझान बदलता हुआ नजर आ रहा है। 10 मई को युद्ध विराम की घोषणा के बाद, यह जानने की कोशिश की गई कि सूरत के पर्यटक अब किन स्थलों को प्राथमिकता दे रहे हैं।

सूरत के एक टूर्स प्रबंधक ने बताया कि युद्ध जैसे हालातों के बावजूद सरकार की ओर से टूर संचालन, यात्रा रद्द करने या जारी रखने को लेकर कोई स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी नहीं किए गए हैं। वे हवाई अड्डों से संबंधित सुझावों पर विचार कर रहे हैं। उन्होंने ग्राहकों की सुरक्षा पर जोर देते हुए कहा कि उनकी टीम हमेशा कुछ भरोसेमंद लोगों को साथ रखती है ताकि किसी भी अप्रिय घटना की स्थिति में पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

अमरनाथ यात्रा को लेकर उन्होंने अनिश्चितता जताई। उन्होंने कहा कि फिलहाल इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है कि यात्रा स्थगित है या जारी रहेगी, हालांकि सामान्य प्रक्रिया अभी चल रही है। दूसरी ओर, उन्होंने बताया कि चारधाम यात्रा सुचारू रूप से चल रही है और लोग उसमें हिस्सा ले रहे हैं।

यह पूछे जाने पर कि युद्ध विराम के बाद पर्यटकों की पसंद क्या रहेगी, प्रबंधक ने स्पष्ट रूप से कहा कि लोग वर्तमान में अन्य राज्यों की यात्रा करने से बच रहे हैं। उन्होंने बताया कि लोगों के मन में अभी भी भय का माहौल है और वे अनिश्चित हैं कि ऐसी परिस्थितियों में क्या हो सकता है। इसके चलते, पर्यटक अब राज्य के आसपास के रिसॉर्ट्स और घूमने लायक स्थानों पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।

नए पर्यटन स्थलों के बारे में पूछताछ को लेकर उन्होंने निराशा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि फिलहाल नए गंतव्यों के बारे में कोई पूछताछ नहीं आ रही है, जो कि बिल्कुल शून्य है। हालांकि, उन्होंने उम्मीद जताई कि अगर सरकार की ओर से सकारात्मक सलाह और माहौल बनेगा, तो लोगों में फिर से जिज्ञासा पैदा होगी और पूछताछ का दौर शुरू हो सकता है।

पहलगाम में हुए आतंकी हमले और उसके बाद की स्थिति का सीधा असर गुजरात के पर्यटकों की यात्रा योजनाओं पर दिख रहा है, जहां अब लोग सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अपने ही राज्य के आसपास के पर्यटन स्थलों को प्राथमिकता दे रहे हैं। अमरनाथ यात्रा पर अभी भी संशय की स्थिति बनी हुई है।

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