प्रधानमंत्री मोदी का निर्देश-वहां से गोली चलेगी, तो यहां से गोला चलेगा : सरकारी सूत्र

प्रधानमंत्री मोदी का निर्देश-वहां से गोली चलेगी, तो यहां से गोला चलेगा : सरकारी सूत्र

नयी दिल्ली, 11 मई (भाषा) भारत और पाकिस्तान में सैन्य टकराव रोकने के लिए बनी सहमति के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सशस्त्र बलों को निर्देश दिया है कि पाकिस्तान की हर कार्रवाई का अधिक सख्ती से जवाब दिया जाना चाहिए और अगर वहां (पाकिस्तान) से गोली चलेगी, तो यहां (भारत) से गोला चलेगा। सरकारी सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी।

सूत्रों ने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अभी खत्म नहीं हुआ है और सीमा पार से आतंकवाद के खिलाफ भारत का अब ऐसा ही कठोर रुख रहेगा।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को सीमा पार आतंकवाद की अब और भी अधिक भारी कीमत चुकानी पड़ेगी और इस्लामाबाद आतंकवाद को समर्थन जारी रखते हुए अपने पसंद के क्षेत्रों में सहयोग की उम्मीद नहीं कर सकता।

सूत्रों ने कहा कि भारत कश्मीर मुद्दे पर कभी भी मध्यस्थता स्वीकार नहीं करेगा और चर्चा का एकमात्र मुद्दा यह है कि पाकिस्तान अपने अवैध कब्जे वाले क्षेत्र को वापस करे।

सीमा पर चार दिन तक भीषण सैन्य संघर्ष के बाद विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने शनिवार शाम घोषणा की कि भारत और पाकिस्तान में जमीन, हवा और समुद्र पर सभी गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई को तत्काल प्रभाव से रोकने के लिए सहमति बन गई है।

इस घटनाक्रम का ऐलान सबसे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने किया था। उन्होंने एक सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया था कि अमेरिकी मध्यस्थता के बाद दोनों देश “पूर्ण और तत्काल संघर्ष-विराम” पर सहमत हो गए हैं।

अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने एक बयान में कहा था कि उन्हें “यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत और पाकिस्तान की सरकारें तत्काल संघर्ष-विराम तथा एक तटस्थ स्थल पर व्यापक मुद्दों पर बातचीत शुरू करने पर सहमत हो गई हैं।”

सरकारी सूत्रों ने रविवार को स्पष्ट किया कि कश्मीर के सिलसिले में चर्चा का एकमात्र मुद्दा यह है कि पाकिस्तान अपने अवैध कब्जे वाले क्षेत्र को वापस करे।

उन्होंने यह भी कहा कि भारत के खिलाफ पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद जारी रहने तक सिंधु जल संधि स्थगित रहेगी।

सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान के साथ केवल सैन्य अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) स्तर पर बातचीत होगी। उन्होंने कहा कि किसी अन्य मुद्दे पर चर्चा नहीं की जाएगी।

सूत्रों के मुताबिक, सात मई को पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकवादी ठिकानों पर हमले के बाद भारत का रुख यही था कि अगर पाकिस्तान गोलीबारी करता है, तो भारत अधिक मजबूती से जवाब देगा।

उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच तनाव में कमी लाने के लिए 10 मई को पाकिस्तानी सैन्य अभियान महानिदेशक ने ही भारतीय डीजीएमओ से संपर्क किया था।

सूत्रों के अनुसार, पहलगाम हमले के बाद भारत ने उससे संपर्क करने वाले देशों से कहा कि वह पाकिस्तानी सीमा में आतंकवादियों के बुनियादी ढांचे पर हमला करेगा।

उन्होंने कहा कि सात मई के हमलों के बाद पाकिस्तान की हर कार्रवाई का करारा जवाब दिया गया।