बीएसई ने अपने व्यापारिक सदस्यों से कहा, साइबर खतरे से बचने के लिए उठाएं एहतियाती कदम

बीएसई ने अपने व्यापारिक सदस्यों से कहा, साइबर खतरे से बचने के लिए उठाएं एहतियाती कदम

नयी दिल्ली, आठ मई (भाषा) बीएसई ने बाजार सहभागियों को संभावित ‘‘उच्च प्रभाव’’ वाले साइबर हमलों के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी है।

बीएसई ने एक परिपत्र में कहा कि बाजार सहभागियों को प्रणाली के सुरक्षा तंत्र को मजबूत करना होगा और किसी भी मामले में निर्धारित उचित प्रक्रिया का पालन करना चाहिए।

यह कदम ऐसे समय उठाया गया है जब भारत ने पहलगाम आंतकवादी हमले का बदला लेते हुए पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर पर मिसाइल हमले किए हैं।

बीएसई ने बाजार सहभागियों से ‘‘ संभावित साइबर जोखिमों से निपटने के लिए एहतियाती कदम उठाने को कहा हैं। इन खतरों में रैनसमवेयर, आपूर्ति श्रृंखला में घुसपैठ, डीडीओएस हमले, वेबसाइट को खराब करना और मैलवेयर जैसे उच्च प्रभाव वाले साइबर हमले शामिल हैं।’’

परिपत्र में कहा गया कि इन उपायों का उद्देश्य सुरक्षित बाज़ार सुनिश्चित करना है।

यह निर्देश भारतीय कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया दल से प्राप्त एक परामर्श के बाद आया है, जिसमें बैंकिंग, वित्तीय सेवाओं व बीमा क्षेत्र में कार्यरत भारतीय संगठनों को विशेष रूप से लक्ष्य बनाकर अंजाम दिए जा रहे साइबर खतरे के अभियान का उल्लेख किया गया था।

सूत्रों ने बताया कि बीएसई तथा एनएसई ने अंतरराष्ट्रीय उपयोगकर्ताओं के लिए अपनी वेबसाइट ब्लॉक करके एहतियाती कदम उठाए हैं। इसके अलावा बैंकों ने भी किसी भी साइबर खतरे से बचने के लिए अपने साइबर सुरक्षा तंत्र को मजबूत किया है।

गौरतलब है कि भारतीय सशस्त्र बलों ने मंगलवार व बुधवार की दरमियानी रात पाकिस्तान एवं पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकवादी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए, जिनमें बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ और मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा का ठिकाना शामिल है।

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के जवाब में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत ये सैन्य हमले किए गए। पहलगाम आतंकवादी हमले में 26 भारतीय नागरिकों की जान गई थी।