सूरत : गठान मजदूरों की हड़ताल, 65 किलो से अधिक वजन उठाने से इनकार
लोडिंग-अनलोडिंग का काम ठप, मानवाधिकार का उल्लंघन का आरोप
सूरत : सूरत के कड़ोदरा रोड पर वांकानेडा तथा अंत्रोली गांव में स्थित ग्रे कपड़े के गोदामों में काम करने वाले मजदूरों ने 65 किलोग्राम से अधिक वजन उठाने से इनकार करते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। मजदूरों का आरोप है कि उनसे अत्यधिक वजन उठवाकर उनका शोषण किया जा रहा है, जो मानवाधिकार का घोर उल्लंघन है।
सूरत जिला टेक्सटाइल मार्केटिंग ट्रांसपोर्ट लेबर यूनियन के अनुसार, गत 01 सितंबर से एक समझौते के तहत गठानों का अधिकतम वजन 65 किलोग्राम निर्धारित किया गया था। हालांकि, कई ट्रांसपोर्ट गोदामों में मजदूरों से 120 से 150 किलोग्राम तक का वजन उठवाया जा रहा है।
यूनियन के अध्यक्ष उमाशंकर मिश्रा ने बताया कि इस मुद्दे को लेकर कई बार ट्रांसपोर्ट संचालकों और प्रशासन को पत्र लिखा गया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। मजदूरों ने आखिरकार हड़ताल का रास्ता अपनाया है।
मजदूर यूनियन के प्रवक्ता शान खान ने कहा कि अत्यधिक वजन उठवाना कारखाना अधिनियम और गुजरात दुकान एवं स्थापना अधिनियम का उल्लंघन है। यदि कोई ट्रांसपोर्टर या गोदाम संचालक मजदूरों को जबरन काम करने के लिए बाध्य करता है तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
हड़ताल के कारण सूरत में ग्रे कपड़े के लोडिंग-अनलोडिंग का काम पूरी तरह से ठप हो गया है। मजदूरों ने अपनी मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया और नारेबाजी की।