सूरत : माता-पिता की सेवा करेंगे तो कभी दूसरों के सामने हाथ फैलाने की जरूरत नहीं पड़ेगी : आचार्य रामकुमार पाठक
विश्व जागृति मिशन सूरत मंडल द्वारा बड़े ही हर्षोल्लास एवं भक्ति भाव से मनाया श्रद्धा पर्व
विश्व जागृति मिशन सूरत मंडल द्वारा बड़े ही हर्षोल्लास एवं भक्ति भाव के साथ बुधवार 2 अक्टूबर 2024 दिन श्रद्धा पर्व मनाया गया। सुबह 10 से 12 बजे तक बालाश्रम, वेसू, सूरत में आचार्य बालाश्रम के पर्यवेक्षक रामकुमार पाठक के पावन सानिध्य मेम बड़े ही हर्षोल्लास एवं भक्ति भाव से समाज एवं राष्ट्र को समर्पित, विशिष्टजन, समाज सेवी एवं अपने माता पिता का सम्मान आदर सत्कार प्रकट करने का विशेष कार्यक्रम श्रद्धा पर्व मनाया गया।
आचार्य रामकुमार पाठक जी ने अपने प्रवचन में पितृ पक्ष पर प्रकाश डालते हुए बताया कि हम लोग पितृ पक्ष में सोलह दिन अपने पितरों को याद करके अपनी श्रद्धा प्रकट करते हैं, लेकिन जो अपने घरों में बुजुर्ग माता-पिता हैं और सन्माननीय हैं उनको भूल जाते हैं। उन्होंने बताया कि यदि हम अपने बड़े बुजुर्गो का ध्यान रखेंगे, सच्चे दिल से अपने माता-पिता की सेवा करेंगे तो हमें कभी दूसरों के सामने हाथ फैलाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। क्योंकि जहां अपने माता-पिता साथ हैं, वहां स्वयं भगवान को आना पड़ता है और हमारी हमारे घर परिवार की सुरक्षा और उतरोत्तर तरक्की, प्रगति होना निश्चित है।
इस अवसर पर 20 से अधिक लोगों का बालाश्रम के बच्चे, दीक्षित भाई बहन एवं संस्था के पदाधिकारी द्वारा सम्मान किया गया। उनको माला, शॉल , मिठाई और भागवत गीता देकर सम्मानित किया गया। संस्था के पदाधिकारियों ने आचार्य जी का सम्मान किया। बाद में आरती हुई और भोजन प्रसाद (भंडारा) के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।