अहमदाबाद : मुख्यमंत्री ने दो नए ब्रिजों के लिए 56.84 करोड़ रुपये की मंजूरी दी
गोंडल शहर के सौ साल से पुराने दो पुलों के स्थान पर बनेंगे नए
अहमदाबाद, 9 सितंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गोंडल शहर में दो नए फोरलेन ब्रिज के निर्माण के लिए 56.84 करोड़ रुपये के आवंटन को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। इन दो नए पुलों का निर्माण स्वर्णिम जयंती मुख्यमंत्री शहरी विकास योजना के फ्लाईओवर ब्रिज के अंतर्गत गोंडल शहर के पांजरापोल तथा गवर्नमेंट हॉस्पिटल चौक के पास क्रमशः 28.02 करोड़ रुपये तथा 28.82 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गोंडल शहर में दो नए ब्रिज बनाने के लिए 56.84 करोड़ रुपये की राशि आवंटित करने की सैद्धांतिक स्वीकृति दी है। इन दो नए पुलों के निर्माण से भावनगर-आटकोट से जूनागढ़ जाने वाले वाहनों तथा घोघावदर मोविया से जूनागढ़ और कोटड़ा से जेतपुर-जूनागढ़ की ओर जाने वाले वाहनों को फोरलेन ब्रिज की सुविधा उपलब्ध होगी।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इन दो नए पुलों के अलावा गोंडली नदी पर राजशाही काल के 100 साल से अधिक पुराने दो मौजूदा ब्रिज के नवीनीकरण के लिए भी 22.38 करोड़ रुपये के आवंटन को स्वीकृति दी है। जिसके अनुसार, सेंट्रल टॉकीज से सरकारी दवाखाना तक के मौजूदा ब्रिज का 17.90 करोड़ रुपये तथा पांजरापोल के निकट स्थित सरदार ब्रिज का 4.47 करोड़ रुपये के खर्च से नवीनीकरण किया जाएगा।
इन दोनों पुलों को हल्के वाहनों यानी लाइट मोटर व्हीकल के लिए चालू रखा जाएगा। वहीं, वाहन चालक भारी वाहनों तथा शहर में बाईपास यातायात के लिए नए बनने वाले दो पुलों का उपयोग कर सकेंगे। मुख्यमंत्री पटेल ने गोंडल की मौजूदा आबादी, आसपास के गांवों और तहसील व जिले के बाईपास तथा शहर के यातायात के साथ ही आने वाले वर्षों में विकास को ध्यान में रखते हुए इन दो नए फोरलेन ब्रिज को बनाने के दिशा-निर्देश भी दिए हैं।
उल्लेखनीय है कि गोंडल शहर में गोंडली नदी पर राजशाही के समय बने 100 साल से अधिक पुराने दो ब्रिज पर गोंडल और आसपास के गांवों एवं तहसील के यातायात का काफी दबाव था। इन पुराने पुलों को भारी वाहनों के लिए बंद किए जाने के बाद उसके स्थान पर डायवर्जन के लिए नेशनल हाईवे 27 गोंडल से सुरेश्वर चौकड़ी तक केवल एक ही मार्ग उपलब्ध है। इतना ही नहीं, भारी बरसात के समय वियर कम कॉजवे के ओवरफ्लो होने के कारण यह रास्ता भी बंद हो जाता है, इसके चलते सभी वाहनों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।