नई दिल्ली : इतिहास के पन्नों में 12 अगस्तः भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक का जन्म

डॉ. विक्रम साराभाई का जन्म 12 अगस्त 1919 को गुजरात में हुआ

नई दिल्ली :  इतिहास के पन्नों में 12 अगस्तः भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक का जन्म

अंतरिक्ष के क्षेत्र में आज अगर भारत की गिनती दुनिया के अग्रणी देशों में होती है तो इसका श्रेय डॉ. विक्रम अंबालाल साराभाई को जाता है। उन्होंने भारत को अंतरिक्ष की बुलंदियों पर पहुंचाने का सपना देखा था।

डॉ. विक्रम साराभाई का जन्म 12 अगस्त 1919 को गुजरात में हुआ। कॉस्मिक रे और अंतरिक्ष पर उनके शोध के लिए उन्हें जाना जाता है। डॉक्टर साराभाई परमाणु ऊर्जा विभाग के अध्यक्ष रहे थे। डॉक्टर होमी जे. भाभा की प्लेन क्रैश में निधन के बाद 1966 में विक्रम साराभाई ने परमाणु ऊर्जा विभाग के अध्यक्ष का पद संभाला था। वे इसरो के भी अध्यक्ष रहे। उन्होंने परमाणु उपकरणों के शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल किए जाने के पक्ष में अपने तर्क दिए। 30 दिसंबर 1971 को केवल 52 साल की उम्र में उनका निधन हो गया। केरल के एक सरकारी होटल में नींद में ही उन्होंने प्राण त्याग दिया।

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