सूरत : ओरो यूनिवर्सिटी द्वारा पद्म भूषण पुरस्कृत श्री कमलेश पटेल "दाजी" का फेस्टिवल ऑफ लर्निंग 2024 में स्वागत है 

दाजी विख्यात आध्यात्मिक अग्रणी और हार्ट फुलनेस मेडिटेशन के प्रणेता, यूनिवर्सिटी समुदाय के साथ उनकी आंतरदृष्टि और अनुभव की बात करेंगे

सूरत : ओरो यूनिवर्सिटी द्वारा पद्म भूषण पुरस्कृत श्री कमलेश पटेल

सूरत। ओरो यूनिवर्सिटी के प्रतिष्ठित फेस्टिवल ऑफ लर्निंग के तहत 3 अगस्त को पद्म भूषण पुरस्कृत श्री कमलेश पटेल " दाज़ी" यूनिवर्सिटी के मेहमान बनेंगे। उनकी ओर से इसकी घोषणा किए जाने से यूनिवर्सिटी प्रबंधन गौरव महसूस कर रहा है। दाजी विख्यात आध्यात्मिक अग्रणी और हार्ट फुलनेस मेडिटेशन के प्रणेता, यूनिवर्सिटी समुदाय के साथ उनकी आंतरदृष्टि और अनुभव की बात करेंगे। उनके उपदेश आधुनिक वैज्ञानिक समझ से समृद्ध है। जिसने असंख्य व्यक्तियों को प्रेरणा दी है। 

दाजी के उपदेश प्राचीन ज्ञानशैली से संबंधित है और आधुनिक वैज्ञानिक समझ के साथ संलग्न है और उन्होंने ने विश्वभर में अनेक व्यक्तियों को प्रेरणा दी है। 

1956 में गुजरात में जन्मे दाजी ने उनकी आध्यात्मिक यात्रा युवावस्था में शुरू की थी और हार्ट फुलनेस अभियान में एक प्रखर आवाज बने है। 2011 में उनके पुरोगामी, चारी जी ने उन्हे अपने आध्यात्मिक अनुगामी के तौर पर पसंद किया। ओरो यूनिवर्सिटी के माननीय स्थापक प्रमुख श्री एच पी रामा ने बताया कि उनकी मुलाकात और प्रेरणात्मक उपस्थिति शिक्षा के इस उत्सव को संवर्धक बनायेगी। हम उनके ज्ञानप्रद प्रवचन की राह देख रहे हैं। ओरो यूनिवर्सिटी में 3 अगस्त को दाजी के साथ के अविस्मरणीय अनुभव में हमारे साथ जुड़ने जा अपील है। 

हार्टफुलनेस के बारे में :

हार्टफुलनेस ध्यान की प्रथाएं  जीवनशैली में बदलाव के लिए एक सरल मार्ग है। यह पहली बार 20 वी सदी में विकसित किया गया था और भारत में 1945 में श्रीराम चंद्र मिशन द्वारा शिक्षा में औपचारिक रूप से शांति, सुख और ज्ञान को प्राप्त करने के ध्येय के साथ आया। यह प्रथाएं योग का आधुनिक रूप है जो एक समय में एक ह्रदय में संतोष, आंतरिक शांति और स्थिरता, करुणा, हिम्मत और विचार की स्पष्टता को समर्थन देने के लिए बनाया गया है और यह हेतुपूर्ण जीवन की ओर आगे बढ़ने का प्रथम कदम है। जीवन के सभी क्षेत्र, संस्कृति, धार्मिक मान्यताएं और आर्थिक परिस्थितियों के लोगों के लिए उचित है और उसे सरलता से अपना सकते हैं। विशेष तौर पर जो 15 वर्ष से अधिक आयु के है। हार्टफुलनेस प्रेक्टिस में फिलहाल प्रशिक्षण के लिए हजारों स्कूल और कॉलेज जुड़े हैं व 100000 से अधिक व्यवसायिक विश्वभर में  कॉरपोरेशन, गैर सरकारी और सरकारी संस्थाएं जुड़ी है। 5000 हजार से अधिक हार्टफुलनेस सेंटर्स ने 160 देशों में हजारों प्रमाणित स्वयंसेवक ट्रेनर और लाखों प्रैक्टिशनर द्वारा समर्थन प्राप्त है।

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