सूरत : 4.5 करोड़ रुपये के ई-टिकट रैकेट का भंडाफोड़, सॉफ्टवेयर सप्लायर गिरफ्तार
यह सॉफ्टवेयर हर माह पांच -पांच हजार रुपये लेकर छह लैपटॉप में इंस्टॉल किया गया था
सूरत में 4.50 करोड़ के ई-टिकट रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है। ऑनलाइन टिकट घोटाले में एक और गिरफ्तारी हुई है। ई-टिकट रैकेट में एक ट्रैवल एजेंट पकड़ा गया।
पायरेटेड सॉफ्टवेयर से तत्काल रेलवे टिकट बनाने के मामले में हुई है गिरफ्तारी। यह सॉफ्टवेयर पांच -पांच हजार रुपये लेकर छह लैपटॉप में इंस्टॉल किया गया था। सिटी लाइट स्थित एक एजेंट के फ्लैट से मुंबई आरपीएफ टीम ने ई टिकट रैकेट का भंडाफोड किया था।
एजेंट राजेश मित्तल के लैपटॉप में पायरेटेड सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करने वाले शख्स को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। उमरा पुलिस ने सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करने वाले राजू युवराज पंडित को गिरफ्तार कर लिया है। राजू युवराज ने राजेश मित्तल के लैपटॉप में 5,000 रुपये में पायरेटेड सॉफ्टवेयर डाला था।
एकता ट्रैवल्स का मैनेजर इसी सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर अवैध रूप से ई-टिकट बुक करता था। मूल रूप से झारखंड के रहने वाले और वर्तमान में सूरत शहर के गोडादरा इलाके में रहने वाले राजू युवराज पंडित को उमरा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
उमरा पुलिस के मुताबिक, यह सॉफ्टवेयर राजू ने राजेश मित्तल को सप्लाई किया था। यह एक टिकट बुकिंग सॉफ्टवेयर है, जिसे छह लैपटॉप में इंस्टॉल कर प्रति सॉफ्टवेयर 5 हजार रुपये के साथ कुल 30 हजार प्रति माह मिलते थे।
इतना ही नहीं, राजू पंडित 1000 रुपये मासिक किराया वसूल रहा था। उमरा पुलिस ने इस बात की जांच शुरू कर दी है कि इस सॉफ्टवेयर बिक्री में राजू के साथ और कौन लोग शामिल हैं।