चार साल के सिद्धार्थ को मिला नया जीवन

चार साल के सिद्धार्थ को मिला नया जीवन

जोधपुर, 10 जुलाई (हि.स.)। जीत मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल की ओर से महज चार वर्षीय सिद्धार्थ को मस्तिष्क के ट्यूमर का सफल प्रॉसिजर कर उसके भविष्य के सामान्य जीवन का मार्ग प्रशस्त किया गया।

हॉस्पिटल की चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रंजना माथुर ने बताया कि बाल चिकित्सा विकिरण ऑन्कोलॉजी के माध्यम से किया गया यह सफल प्रॉसिजर हॉस्पिटल के कंसल्टेंट रेडिएशन ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. प्रतीक डागा के नेतृत्व में किया गया। डॉ. डागा ने बताया कि पिछले लंबे समय से डिफ्यूज इंट्रिंसिक पोंटाइन ग्लियोमा (डीआईपीजी) से जूझ रहे चार वर्षीय सिद्धार्थ चौधरी को इलाज के लिए हॉस्पिटल लाया गया। जांच के बाद उसके उक्त बीमारी से जूझने की पुष्टि हुई। उन्होंने बताया कि इस प्रकार का मस्तिष्क ट्यूमर का एक दुर्लभ और आक्रामक रूप है, जो अपने स्थान और आक्रामक प्रकृति के कारण उपचार में महत्वपूर्ण चुनौतियां पेश करता है। कई नए विकिरण चिकित्सा विभाग अक्सर ऐसे जटिल मामलों से बचते हैं। बच्चे की उम्र और उसकी बीमारी को देखते हुए इस केस में चाइल्ड स्पेश्यिलिस्ट की मौजूदगी में परिजनों को बीमारी से निदान के लिए सभी चीजों से अवगत कराते हुए एक विशेष प्रॉसिजर के लिए तैयार किया गया। उसके पश्चात विशेष चिकित्सकीय सुविधाओं और विशेषज्ञ चिकित्सकों की देखरेख में पूरा प्रॉसिजर कर बच्चे को रोग से मुक्ति दिलाई गई। चिकित्सा अधीक्षक डॉ माथुर ने पूरी चिकित्सकीय टीम को इसके लिए बधाई दी।

Tags: