भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने एकमात्र टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका को दी 10 विकेट से करारी शिकस्त
दोनों ने बड़ी आसानी से 9.2 ओवर में बिना किसी नुकसान के भारत को 10 विकेट से जीत दिला दी
चेन्नई, 1 जुलाई (हि.स.)। भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने यहां एमए चिदंबरम स्टेडियम में खेले गए एकमात्र टेस्ट मैच के चौथे दिन सोमवार को दक्षिण अफ्रीका को 10 विकेट से करारी शिकस्त दी।
इस मैच में भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए अपनी पहली पारी शैफाली वर्मा को दोहरे शतक (205) और स्मृति मंधाना (149) के बहेतरीन शतकीय पारी की बदौलत 6 विकेट पर 603 रन बनाकर घोषित कर दी थी, जिसके जवाब में दक्षिण अफ्रीका ने अपनी पहली पारी में 266 रन बनाए, इसके बाद भारतीय टीम ने उन्हें फॉलोआन दिया। दूसरी पारी में अफ्रीकी टीम 373 रनों पर सिमट गई और भारत के सामने जीत के लिए 37 रनों का लक्ष्य रखा।
37 रनों के लक्ष्य का पीछा करने भारत की नई सलामी जोड़ी शैफाली वर्मा और शुभा सतीश मैदान में उतरी। दोनों ने बड़ी आसानी से 9.2 ओवर में बिना किसी नुकसान के भारत को 10 विकेट से जीत दिला दी।
शैफाली 24 और शुभा 13 रन बनाकर नाबाद रहीं। स्नेह राणा, जिन्होंने मैच में 10 विकेट लिए, को उनकी शानदार गेंदबाजी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।
दक्षिण अफ्रीका ने दूसरी पारी में बनाए 373 रन, कप्तान लौरा वोल्वार्ट और सुने लुस का शतक
इससे पहले दक्षिण अफ्रीका ने फॉलोआन खेलते हुए अपनी दूसरी पारी में 373 रन बनाए। दक्षिण अफ्रीका के लिए वोल्वार्ट और सुने लुस ने शानदार शतक लगाते हुए क्रमशः 122 और 109 रन बनाए। इन दोनों के अलावा नादिने डी क्लर्क ने बेहतरीन अर्धशतक लगाते हुए 61 रन बनाए।
भारत की तरफ से स्नेह राणा, दीप्ती शर्मा और राजेश्वरी गायकवाड़ ने 2-2 व पूजा वस्त्राकर, शैफाली वर्मा और कप्तान हरमनप्रीत कौर ने 1-1 विकेट लिया।
दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी 266 रनों पर सिमटी, भारत ने दिया फॉलोआन
दक्षिण अफ्रीका ने भारत के पहली पारी के 603 रनों के जवाब में अपनी पहली पारी में 266 रन बनाए, जिसके बाद भारत ने अफ्रीका को फॉलोआन दिया। दक्षिण अफ्रीका के लिए सुने लुस (65) ने मारिजने कप्प (74) ने शानदार अर्धशतकीय पारी खेली। इन दोनों के अलावा नादिन डी क्लर्क और एनेके बॉश ने 39-39 रनों की पारी खेली। भारत की तरफ से स्नेह राणा ने 8 और दीप्ती शर्मा ने 2 विकेट लिए।
शैफाली-मंधाना के बीच पहले विकेट के लिए महिला टेस्ट इतिहास की सबसे बड़ी साझेदारी
इस मैच में भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारत को शैफाली वर्मा और मंधाना ने अच्छी शुरुआत दिलाई।
शैफाली ने कवर के जरिए चौका लगाकर अपनी लय हासिल कर ली, फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। दोनों के बीच साझेदारी 292 रनों तक पहुँच गई, जिसमें दोनों बल्लेबाज़ों ने बड़े शतक जड़े।
शैफाली के आक्रामक स्ट्रोक प्ले, जिसमें उनके रिकॉर्ड-तोड़ छक्कों की झड़ी भी शामिल थी, ने दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजो को निराश कर दिया।
वनडे में पहले ही दो शतक और 90 रन बना चुकीं मंधाना के पास इस बार दोहरा शतक बनाने का मौका था, लेकिन 149 रन पर उनकी पारी थम गई, जब उन्होंने डेलमी टकर की एक गेंद को स्लिप में मौजूद एनेरी डर्कसेन को कैच थमा दिया। मंधाना ने 161 गेंदों का सामना किया और 27 चौके और 1 छक्का लगाया। आउट होने से पहले मंधाना ने शैफाली के साथ पहले विकेट के लिए 292 रन जोड़े, जो महिला टेस्ट इतिहास की सबसे बड़ी साझेदारी है।
हालांकि इसके बाद बल्लेबाजी करने आईं शुभा सतीश कुछ खास नहीं कर सकीं और 15 रनों की छोटी पारी खेल, नादिन डी क्लार्क का शिकार बनीं।
हालांकि, दक्षिण अफ्रीका की राहत ज्यादा देर तक नहीं रही क्योंकि शैफाली ने लगातार दो छक्के और एक रन लेकर शानदार दोहरा शतक पूरा किया। उनके लगातार हमले और जेमिमाह रोड्रिग्स के तेज योगदान ने दक्षिण अफ्रीका की मुश्किलें बढ़ा दीं, हालांकि शैफाली के रन आउट होने से दक्षिण अफ्रीका को राहत मिली। शैफाली ने 197 गेंदों पर 23 चौके और 8 छक्के की बदौलत 205 रन बनाए।
कुछ ही देर बाद रोड्रिग्स अपना अर्धशतक पूरा करने के बाद 55 रनों के व्यक्तिगत स्कोर पर डेलमी टकर का दूसरा शिकार बनीं।
इसके बाद कप्तान हरमनप्रीत कौर (69) और ऋचा घोष (86) ने शानदार अर्धशतकीय पारी खेल भारत को स्कोर 603 रनों तक पहुंचाया। इसके बाद भारत की पारी घोषित कर दी गई। दीप्ती शर्मा 2 रन बनाकर नाबाद लौटीं। दक्षिण अफ्रीका के लिए डेलमी टकर ने 2, नादिन डी क्लार्क, सेखुखुने और मलाबा ने 1-1 विकेट लिये।