सूरत : चैंबर ऑफ कॉमर्स में थाईलैंड के बाजारों में निवेश के अवसरों पर सेमिनार आयोजित

थाईलैंड में 5,927 मिलियन अमेरिकी डॉलर का निर्यात: राजदूत

सूरत : चैंबर ऑफ कॉमर्स में थाईलैंड के बाजारों में निवेश के अवसरों पर सेमिनार आयोजित

दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एसजीसीसीआई) ने रविवार को "अनलॉकिंग थाईलैंड: मार्केट इनसाइट्स एंड अपॉर्चुनिटीज" विषय पर एक सेमिनार का आयोजन किया।

थाईलैंड में निवेश के अवसरों पर हुई चर्चा:

सेमिनार में नई दिल्ली में रॉयल थाई दूतावास की राजदूत महामहिम मिस पातारात होंगटोंग, मुंबई में थाई ट्रेड सेंटर के उप निदेशक चालोटोर्न सिंहप्रोह और थाईलैंड के उप महावाणिज्य दूत सुश्री नट्टासुदा मेट्टाप्रासार्ट मुख्य अतिथि थे।

महामहिम मिस पातारात होंगटोंग ने बताया कि थाईलैंड 66.05 मिलियन की आबादी वाला एक तेजी से विकसित देश है। 93.8 प्रतिशत की उच्च शिक्षा दर के साथ, थाईलैंड में निवेशकों को कुशल और शिक्षित कर्मचारियों की आसानी से उपलब्धता है। 513.05 बिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला थाईलैंड हवाई, रेल और सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है, जो निर्माताओं और निवेशकों को परिवहन और निर्यात में लाभ प्रदान करता है।

भारत-थाईलैंड व्यापार संबंध मजबूत:

महामहिम ने यह भी जानकारी दी कि थाईलैंड कच्चे तेल, मशीनरी और उसके हिस्सों, विद्युत एकीकृत सर्किट और रासायनिक उत्पादों सहित विभिन्न वस्तुओं का आयात करता है। भारत उन शीर्ष 10 देशों में से एक है, जहां से थाईलैंड विभिन्न उत्पादों का आयात करता है। वर्ष 2023 में, भारत ने थाईलैंड को 5,927 मिलियन अमेरिकी डॉलर का निर्यात किया।

थाईलैंड में भारतीय निवेशकों के लिए अवसर:

मुंबई में थाई ट्रेड सेंटर के उप निदेशक चालोटोर्न सिंहप्रोह ने कहा कि थाईलैंड में भारतीय निवेशकों के लिए फार्मास्यूटिकल, ऑटोमोबाइल, कृषि, सूचना प्रौद्योगिकी और निर्माण और फर्नीचर क्षेत्रों में विभिन्न अवसर मौजूद हैं। इसके अलावा, रत्न और आभूषण, जैविक सामग्री, सौंदर्य और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में भी निवेश की अपार संभावनाएं हैं। थाई सरकार निवेशकों को विभिन्न सुविधाएं और कुछ हद तक कर राहत प्रदान करती है।

एसजीसीसीआई द्वारा पहल:

एसजीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष रोहित मेहता ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए कहा कि चैंबर थाईलैंड के साथ व्यापार और निवेश संबंधों को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सेमिनार का आयोजन थाईलैंड के बाजारों और अवसरों के बारे में भारतीय व्यवसायों को जानकारी प्रदान करने और दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए किया गया था।

कार्यक्रम का संचालन मिशन 84 के संयोजक संजय पंजाबी ने किया। चैंबर की मिशन 84 समिति के सदस्य और एमएसएमई के इंडो-थाई चैंबर के प्रबंध निदेशक राकेश त्रिवेदी ने अतिथियों और वक्ताओं का परिचय करवाया।

निष्कर्ष:

यह सेमिनार थाईलैंड के बाजारों और अवसरों को समझने के लिए भारतीय व्यवसायों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करता है। एसजीसीसीआई की यह पहल निश्चित रूप से दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश संबंधों को मजबूत करने में मदद करेगी।

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