सूरत : पावागढ़ में 500 साल पुरानी मूर्तियां तोड़ी गईं, जैन समाज ने प्रदर्शन कर गिरफ्तारी की मांग की
सूरत कलेक्टर कार्यालय पर पुरी रात धरना प्रदर्शन कर जैन समाज के साधु अनुयायीयों ने न्याय की मांग की
गुजरात के पावागढ़ में जैन तीर्थस्थल में 500 साल पुरानी मूर्तियों को तोड़े जाने की घटना के बाद जैन समुदाय में भारी रोष व्याप्त है। मूर्तियों को तोड़कर अपमानित करने के आरोप में जैन नेताओं और युवाओं ने सोशल मीडिया पर 'जागो जैनो जागो' का संदेश प्रसारित किया और रविवार को कलेक्टर कार्यालय पर एकत्रित होकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी और कड़ी कार्रवाई की मांग की।
मूर्तियों का अपमान, जैन समाज में रोष:
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पावागढ़ के जैन तीर्थस्थल में कुछ अज्ञात लोगों ने 500 साल पुरानी जैन मूर्तियों को तोड़कर अपमानित कर दिया। इस घटना की जानकारी होते ही जैन समाज में भारी रोष व्याप्त हो गया। जैन नेताओं और युवाओं ने सोशल मीडिया पर 'जागो जैनो जागो' का संदेश प्रसारित करते हुए लोगों को एकजुट होने का आह्वान किया। रविवार को बड़ी संख्या में जैन समुदाय के लोग कलेक्टर कार्यालय पर एकत्रित हुए और प्रदर्शन किया।
न्याय की मांग, गिरफ्तारी तक नहीं हटे:
प्रदर्शनकारियों ने मूर्तियों को तोड़ने वालों की तत्काल गिरफ्तारी और कड़ी कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि यह घटना जैन समुदाय के लिए अत्यंत अपमानजनक है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता, वे कलेक्टर कार्यालय से नहीं हटेंगे।
मुख्य मांगें:
- मूर्ति तोड़ने वालों की तत्काल गिरफ्तारी और कड़ी कार्रवाई
- जैन धार्मिक स्थल के लिए वैकल्पिक आवास व्यवस्था
- जैन धार्मिक स्थल का जीर्णोद्धार युद्ध स्तर पर
प्रदर्शन के बाद जैन नेताओं ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर अपनी मांगें पूरी करने का अनुरोध किया। जिला प्रशासन ने आश्वासन दिया कि मामले की जांच कर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली घटना की निंदा:
इस घटना की कई राजनीतिक और सामाजिक संगठनों ने भी निंदा की है। सभी ने कहा कि यह घटना धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।