सूरत : सहकारी अग्रणी कानजीभाई भालाला प्रतिष्ठित इफको सहकारिता बंधु पुरस्कार से सम्मानित 

कानजीभाई भालाला ने आर्थिक जागरूकता और सहकारी समितियों के विकास के लिए उल्लेखनीय कार्य किया है : दीलीप संघानी 

सूरत : सहकारी अग्रणी कानजीभाई भालाला प्रतिष्ठित इफको सहकारिता बंधु पुरस्कार से सम्मानित 

 वराछा को-ऑपरेटिव बैंक के प्रबंधन बोर्ड के अध्यक्ष सहकारी अग्रणी कानजीभाई आर. भालाला को 11 लाख रुपये के पुरस्कार के साथ इफको सहकारी-बंधु पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।  गुरुवार 30-05-2024 को दिल्ली में आयोजित इफको की 53वीं वार्षिक आम बैठक में देशभर से आये प्रतिनिधियों की उपस्थिति में कानजीभाई भालाला को सहकारी क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए सम्मानित किया गया। 

इस अवसर पर इफको के अध्यक्ष दिलीपभाई संघानी ने कहा कि कानजीभाई भालाला ने आर्थिक जागरूकता और सहकारी समितियों के विकास के लिए उल्लेखनीय कार्य किया है। इसलिए इफको की ओर यह सम्मान देते हुए हम गर्व महसूस कर रहे हैं। दुनिया की सबसे बड़ी उर्वरक उत्पादक सहकारी संस्था इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर को आपरेटिव इफको की ओर से प्रति वर्ष सहकारी प्रवृत्ति के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया हो ऐसे व्यक्ति को इफको सहकारिता-बंधु पुरस्कार देकर सम्मानित करता है। 
 
 सहकारी क्षेत्र की सर्वोच्च संस्था इफको द्वारा देश में सहकारी गतिविधि को बढ़ावा देने एवं समाज के अंतिम व्यक्ति को सहकारी प्रवृत्ति के साथ जोड़ने और उत्कृष्ट कार्य करने वालों को प्रोत्साहित करने के लिए इफको सहकारिता बंधु एवार्ड एवं सहकारिता रत्न पुरस्कार प्रदान किया जाता है। जिसमें वर्ष 2022-23 के लिए इफको सहकारिता बंधु पुरस्कार के लिए गुजरात के सहकारी अग्रणी और सामाजिक कार्यकर्ता कानजीभाई आर. भालाला को पुरस्कार के लिए चुना गया। जबकि सहकारिता रत्न पुरस्कार उ.प्र. सरकार में सहकारिता मंत्री जे. पी. एस. राठौड़ को दिया गया है।   

 1995 में वराछा सहकारी बैंक की स्थापना के बाद से एमडी, अध्यक्ष और प्रबंधन बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में नेतृत्व किया है और वराछा बैंक के तीव्र और ठोस विकास में महत्वपूर्ण काम किया है। 1992 में आराधना अर्बन को-ऑपरेटिव सोसाइटी के संस्थापक अध्यक्ष के रूप में सहकारी प्रवृत्ति शुरु करने वाले कानजी भालाला अब नेशनल फेडरेशन ऑफ़ अर्बन को-ऑप.बैंक्स एंड क्रेडिट सोसाइटीज़ लिमिटेड (NAFCUB), नई दिल्ली में निदेशक के रूप में कार्यरत हैं। वह दक्षिण गुजरात के सहकारी संगठनों से जुड़े हुए हैं। दक्षिण गुजरात अर्बनको-ऑप.बैंक एसोसिएशन के उपाध्यक्ष और गुजरात स्टेट को.वर्क्स फेडरेशन के निदेशक के रूप में भी कार्यरत हैं। सूरत जिला सहकारी संघ में प्रशिक्षण कक्षाओं के लिए एक विशेषज्ञ संकाय के रूप में भी कार्य किया है।

  श्री सौराष्ट्रपटेल सेवा समाज सूरत की सामूहिक विवाह गतिविधि में एक स्वयंसेवक के रूप में शुरुआत की और वर्तमान में संगठन के अध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं। सूरत के अलावा सौराष्ट्र और गुजरात में भी सामाजिक जागरूकता का काम कर रहे हैं। प्राकृतिक या मानव निर्मित आपदाओं से निपटने वाली एक शाखा नागरिक सुरक्षा सूरत के मुख्य वार्डन हैं। उनकी लंबी सेवा को देखते हुए उन्हें 2021 में राष्ट्रपति पदक मिला है। 1993 में कारगिल युद्ध के बाद से जय जवान नागरिक समिति सूरत के शहीदों के परिवारों को सम्मानपूर्वक वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है। इस संस्था में शुरुआत से ही ट्रस्टी की भूमिका निभाते आ रहे हैं।

62 साल की उम्र में भी कर रहे हैं पढ़ाई

सौराष्ट्र के अमरेली के बलेलपिपरिया गांव के मूल निवासी और 1979 से सूरत को कर्मभूमि बनाने वाले कानजीभाई भालाला ने कक्षा 10 के बाद की शिक्षा सूरत से प्राप्त की है। एम.कॉम, एलएलबी की शिक्षा प्राप्त कर एक आयकर व्यवसायी के रूप में अपना करियर शुरू किया और शिक्षा और सामाजिक गतिविधियों में भी सक्रिय रहे। पत्रकारिता में डिप्लोमा की पढ़ाई की। टीवी चैनल के समाचार संपादक के रूप में भी काम किया। आज 62 साल की उम्र में भी वह पढ़ाई कर रहे हैं। राजनीति विज्ञान में एम.ए. से स्नातक और वर्तमान में एम.ए. वीथ अर्थशास्त्र में पढ़ाई कर रहे हैं। सूरत में आपदा के समय जान-माल की रक्षा के लिए जागरूकता एवं सेवा के क्षेत्र में वे अग्रणी रहे हैं।

 सहकारी संगठनों-गुजरात सरकार ने मिलकर आत्मनिर्भर गुजरात सहाय योजना शुरू की

 कोरोना महामारी के लॉकडाउन के समय सहकारी संगठनों और गुजरात सरकार ने मिलकर आत्मनिर्भर गुजरात सहाय योजना शुरू की। बहुत छोटे लोगों को बिना ब्याज के 2500 करोड़ रुपये का ऋण दिया गया। इस योजना को तैयार करने में कानजीभाई आर. भालाला ने महत्वपूर्ण कार्य किया। वराछा बैंक के दो लाख से अधिक ग्राहकों को प्रधानमंत्री बीमा योजनाओं के तहत कवर किया गया है। अब तक 1213 कारोबारियों की मौत हो चुकी है, उनके परिवारों को प्रधानमंत्री बीमा योजना से 24.26 करोड़ रुपये की मदद दी गई है। वराछा को-आपरेटिव बैंक अपने सदस्यों, संरक्षकों और जमाकर्ताओं को दुर्घटना बीमा कवर भी प्रदान करता है।

विभिन्न संगठनों ने कानजीभाई भालाला को बधाई दी

अंतिम छोर के छोटे लोगों को सहकारी गतिविधियों और वित्तीय जागरूकता का लाभ दिलाने और सहकारी क्षेत्र को नेतृत्व प्रदान करने के लिए पिछले 35 वर्षों में उनके निरंतर प्रयासों और सफलता के लिए इफको की ओर से कानजीभाई आर. भलाला को 11 लाख रुपये के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। 1993 से इफको हर साल देश भर से किसी को एक पुरस्कार देता है। कानजीभाई भालाला गुजरात से इफको सहकारिता-बंधु पुरस्कार प्राप्त करने वाले दूसरे गुजराती हैं। वराछा को-आपरेटिव बैंक एवं श्री सौराष्ट्र पटेल सेवा समाज सूरत, जय जवान नागरिक समिति सूरत एवं विभिन्न संगठनों ने कानजीभाई भालाला को बधाई दी है।

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