गुजरात : वॉट्सएप पर फर्जी ट्राफिक मेमो के बहाने को रही है साइबरी ठगी, सचेत रहियेगा
गुजरात के वलसाड जिले में साइबर अपराधियों ने धोखाधड़ी का नया तरीका अपनाया है। ये शातिर अपराधी वाहन चालकों को उनके वॉट्सएप पर ट्राफिक नियम भंग के मेमो भेज कर एप्लिकेशन डाउनलोड करवा कर ठगी कर रहे हैं। इस मोडस आपरेंडी से कुछ लोग ठगी का शिकार भी हुए हैं। स्थानीय आरटीओ कचहरी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करके लोगों से ठगी के इस नये तरीके के प्रति जागरूक रहने की सलाह दी है। हालांकि पुलिस अभी तक इस गिरोह तक नहीं पहुंच पाई है।
रिपोर्ट के अनुसार आम तौर पर शहर के विभिन्न इलाकों में लगाये गये सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से ट्राफिक नियमों के भंग पर नजर रखने वाला पुलिसिया विभाग वाहन चालकों को मेमो भेज कर जुर्माना वसूलता है। इसी सरकारी प्रक्रिया को अब साइबर ठगों ने परोक्ष रूप से अपना लिया है और वे वाहन चालकों के वाहनों के नंबर लिखकर फर्जी मेमो बनाते हैं और वॉट्सएप कर देते हैं। वाहन चालकों को वे वाहन परिवहन एप्लिकेशन की (एपीके) फाइल भेजते हैं और मोबाइल में डाउनलोड करने को प्रेरित करते हैं। वे वाहन चालकों से जुर्माने की राशि ऑनलाइन जमा कराने को कहते हैं और उनकी बैंक डिटेल हासिल करके उनके साथ धोखाधड़ी करते हैं। इस प्रकार की ठगी क्षेत्र में बड़े पैमाने पर चल रही है।
लोगों को भी इस प्रकार की ठगी के प्रति सचेत रहने की जरूरत है। वलसाड पुलिस अब तक इस ठगी के पीछे के चेहरों तक नहीं पहुंच पाई है। पुलिस को शिकायतें मिली हैं कि लेकिन मैसेज भेजने वाले नंबर राज्य बाहर के होने के कारण दिक्कतें आ रही हैं। ठग उत्तर और दक्षिण भारत के नंबरों का प्रयोग कर रहे हैं। देखना है वॉट्सएप के जरिये फर्जी ट्राफिक मेमो के बहाने हो रही इस धोखाधड़ी पर कब लगाम लगती है।