सबसे खराब समय पीछे छूटा, अब परिचालन स्थिर: विस्तारा सीईओ

एयरलाइन को 31 मार्च से दो अप्रैल तक महत्वपूर्ण परिचालन व्यवधान का सामना करना पड़ा

सबसे खराब समय पीछे छूटा, अब परिचालन स्थिर: विस्तारा सीईओ

नई दिल्ली, 11 अप्रैल (हि.स.)। विस्तारा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विनोद कन्नन ने गुरुवार को एयरलाइन के कर्मचारियों को भेजे संदेश में कहा कि अब ‘सबसे खराब स्थिति पीछे छूट गई है’ और परिचालन स्थिर हो चुका है।

कन्नन ने हाल ही में विस्तारा एयरलाइन के उड़ान व्यवधानों का सामना करने के बाद यह बात कही। कर्मचारियों को भेजे संदेश में कहा कि हमारे ग्राहकों द्वारा महसूस चिंता तथा हताशा उस दर्द के बराबर है, जिसे हमने अपने बहुचर्चित ब्रांड के बारे में नकारात्मक टिप्पणी सुन कर महसूस किया। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि सबसे खराब स्थिति अब पीछे छूट गई है और 09 अप्रैल, 2024 को हमारे ऑन-टाइम प्रदर्शन (ओटीपी) के बढ़कर 89 फीसदी होने के साथ हमारा परिचालन स्थिर हो गया।

कन्नन ने कहा कि नए वित्त वर्ष 2024-25 की शुरुआत चुनौतीपूर्ण रही है। एयरलाइन को 31 मार्च से दो अप्रैल तक महत्वपूर्ण परिचालन व्यवधान का सामना करना पड़ा। उन्होंने स्वीकार करते हुए कहा कि चीजों की बेहतर योजना बनाई जानी चाहिए थी, इससे बहुत कुछ सीखने को मिला। दरअसल पायलटों की समस्याओं ने टाटा समूह की सहायक एयरलाइन विस्तारा को अस्थायी रूप से क्षमता में 10 फीसदी यानी प्रतिदिन 25-30 उड़ानों की कटौती के लिए मजबूर कर दिया था।

उल्लेखनीय है कि नए वित्त वर्ष 2024-25 की शुरुआत में विस्तारा एयरलाइन के पायलट बड़ी संख्या में छुट्टी पर चले गए थे। रिपोर्ट के मुताबिक इतनी बड़ी संख्या में पायलट के छुट्टी पर जाने की मुख्य वजह एयरलाइन का नया वेतन ढांचा था, जिससे पायलट नाराज हो गए थे। फिलहाल एयरलाइन के बेड़े में 70 विमान हैं। उसे मौजूदा ग्रीष्मकालीन कार्यक्रम में प्रतिदिन 300 से ज्यादा उड़ानें संचालित करनी हैं।

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