सूरत : कपड़ा बाजार में धोखाधड़ी करने वालों को पकड़ने के लिए एसआईटी का गठन किया
एसआईटी में डीसीपी, एसीपी, पीआई, पीएसआई सहित 18 पुलिसकर्मी शामिल
सूरत शहर के कपड़ा बाजार में लंबे समय से धोखाधड़ी कर रहे तथा आर्थिक मामलों में वांछित आरोपियों को पकड़ने के लिए फोस्टा अध्यक्ष कैलास हाकिम की मांग पर राज्य के गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी के आदेश से सूरत पुलिस ने एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है।
यह टीम कपड़ा व्यापारियों के साथ धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल कर दुकानें ली गई हैं, और उधार माल खरीदकर भुगतान नहीं किया गया है, जैसे मामलों की जांच करेगी। टीम फरार आरोपियों को पकड़ने और उन्हें कानून के कटघरे में लाने के लिए हरसंभव प्रयास करेगी।
एसआईटी में 18 पुलिसकर्मी शामिल:
इस विशेष टीम में एक डीसीपी, एक एसीपी, क्राईम ब्रान्च, सलाबतपुरा और ईको सेल से तीन पुलिस इंस्पेक्टर, तीन पुलिस सब-इंस्पेक्टर, पुलिस कांस्टेबल समेत 18 पुलिसकर्मियों की टीम भगोड़े जालसाज को पकड़ने के लिए जांच करेगी।
एसआईटी की कार्यप्रणाली:
- कपड़ा मार्केट में धोखाधड़ी को लेकर दर्ज अपराधों में वांछित आरोपियों की जानकारी इन्जार्च थाना अधिकारी तैयार करके एसीपी जी.ए.सरवैया को भेजेंगे।
- एसीपी सरवैया जानकारी एकत्र कर और वांछित आरोपियों को पकड़ने के लिए कार्रवाई करने के लिए टीम अध्यक्ष के साथ समन्वय में अलग-अलग टीमों का गठन कर फरार आरोपीयों को पकडने का काम करेंगे।
- जिन फरार आरोपियों की सी.आर.पी.सी. धारा 70 के अनुसार वारंट जारी नहीं किया है, उन्हें थाना प्रभारी द्वारा जारी किया जाना चाहिए।
- फरार आरोपियों के बैंक खाते की जांच की जाएगी।
- राज्य के भीतर या राज्य के बाहर आरोपी को गिरफ्तार करने जाते समय विशेष टीम के प्रमुख के माध्यम से आवश्यक अनुमति प्राप्त की जानी चाहिए और टीमों को भेजा जाना चाहिए।
- वहीं टीमों द्वारा की गई कार्रवाई की जानकारी हर पंद्रह दिन में भेजी जाएगी।
यह पहल कपड़ा व्यापारियों के लिए एक बड़ी राहत होगी और उन्हें न्याय मिलने में मदद मिलेगी।