भारत-गुयाना के बीच रक्षा साझेदारी में एक नया अध्याय, दो डोर्नियर-228 विमान सौंपे

वायु सेना की टीम दोनों विमानों को 2 सी-17 परिवहन विमानों से लेकर गुयाना पहुंची

भारत-गुयाना के बीच रक्षा साझेदारी में एक नया अध्याय, दो डोर्नियर-228 विमान सौंपे

गुयाना रक्षा बल ने 23.27 मिलियन डॉलर के ऋण की एलओसी पर किए थे हस्ताक्षर

नई दिल्ली, 01 अप्रैल (हि.स.)। भारत और गुयाना के बीच रक्षा साझेदारी में एक नया अध्याय शुरू हुआ है। भारत ने गुयाना रक्षा बल को दो डोर्नियर-228 विमान सौंप दिए हैं। वायु सेना की टीम रविवार की देर रात दोनों विमानों को 2 सी-17 परिवहन विमानों से लेकर गुयाना पहुंची, जहां उच्चायुक्त ने उनका स्वागत किया। गुयाना को दोनों डोर्नियर-228 विमान ऋण सहायता के हिस्से के रूप में दिए गए हैं। इस सौदे के लिए गुयाना रक्षा बल ने 23.27 मिलियन डॉलर के ऋण पर भारत के साथ लाइन ऑफ क्रेडिट (एलओसी) पर हस्ताक्षर किए थे।

गुयाना रक्षा बल (जीडीएफ) ने 23.27 मिलियन डॉलर के ऋण से समुद्री गश्त और सेना की आवाजाही के लिए भारत से दो डोर्नियर-228 विमान खरीदकर अपनी सुरक्षा क्षमताओं को बढ़ाया है। भारतीय रक्षा उद्योग ने इस सौदे के जरिये गुयाना रक्षा बल के साथ कैरेबियन देश में प्रवेश किया है। इस संबंध में 15 मार्च को गुयाना के वित्त मंत्री और एक्जिम बैंक के डिप्टी जीएम के बीच एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) में निर्मित 228 विमानों को गुयाना के इलाके के लिए शॉर्ट टेक-ऑफ और लैंडिंग के लिए आदर्श माना जाता है। इसका उपयोग समुद्री गश्त के साथ-साथ सैन्य ठिकानों की पुनः आपूर्ति, आंतरिक स्थानों पर सेना की आवाजाही के लिए किया जाएगा।

गुयाना के साथ यह लाइन ऑफ क्रेडिट (एलओसी) समझौता पहला है, जिस पर भारत ने किसी कैरेबियाई देश के साथ हस्ताक्षर किए हैं। इसके अलावा गुयाना भारत से गश्ती वाहन, रडार और बख्तरबंद वाहन खरीदने की भी योजना बना रहा है। यह समझौता जीडीएफ की क्षमताओं को बढ़ाने के लिए सरकार के चल रहे प्रयास का हिस्सा है। इस सौदे की शुरुआत पिछले साल जनवरी में गुयाना के राष्ट्रपति अली की भारत यात्रा के दौरान हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के दौरे के समय हुई थी। गुयाना सरकार ने कहा कि दो विमानों की खरीद बल के पूंजीकरण में अब तक के सबसे बड़े निवेश का हिस्सा है।

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