जब धीरुभाई अंबानी की बहू को किसी ने तोहफे में देना चाहा ‘रिलायंस क्रिकेट विश्व कप’ का टिकट

जब धीरुभाई अंबानी की बहू को किसी ने तोहफे में देना चाहा ‘रिलायंस क्रिकेट विश्व कप’ का टिकट

शादी के बाद भी लम्बे समय तक किसी सामान्य शिक्षिका की तरह काम करती थी मुकेश अंबानी की पति, इन बात से अंजान अभिभावक ने नीता को देनी चाही मैच की टिकट

रिलायंस फाउंडेशन की संस्थापक और चेयरपर्सन नीता अंबानी अक्सर अपने फैशन और महंगे शौक के कारण चर्चा में रहती हैं। मुकेश अंबानी से शादी से पहले नीता एक स्कूल टीचर थीं और शादी के बाद कई सालों तक उन्होंने पढ़ाने का काम जारी रखा। इसमें उनके पति मुकेश अंबानी ने उनका साथ दिया और उन्हें नीता के स्कूल में पढ़ाने से कोई दिक्कत नहीं थी। वह हर फैसले में हमेशा उनके साथ रहे। आज हम आपको नीता अंबानी के साथ घटित एक मजीदार घटना के बारे में बताने जा रहे है जिसका जिक्र उन्होंने वर्षों पहले एक साक्षात्कार में किया था।
घटना के अनुसार जब नीता और मुकेश की शादी को दो साल हो गये थे और रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसे बिजनेसमैन परिवार की बहू होने के बावजूद नीता अंबानी 800 रुपए की तनख्वाह में एक स्कूल में शिक्षिका के पद पर कार्यरत थीं। उसने ऐसा इसलिए किया क्योंकि उन्हें शुरू से ही बच्चों और शिक्षा से प्यार करती थी। इसी दौरान मुंबई के एक नर्सरी स्कूल में बड़ा ही मजेदार वाकया हुआ, दरअसल स्कूल में एक बच्चे के पिता ने नीता अंबानी को गिफ्ट दिया।
(Photo Credit :rasodu.in)
दरअसल उस अभिभावक को ये नहीं पता था कि नीता अंबानी कौन हैं इसलिए उन्होंने नीता को 1987 के रिलायंस क्रिकेट विश्व कप के लिए कुछ टिकट उपहार में दिए। अभिभावक ने कहा कि ये दो टिकट हैं। आप चाहें तो अपने पति या किसी और के साथ स्टेडियम जाकर मैच देख सकती हैं। हालांकि नीता अंबानी ने अभिभावक का तोहफा लेने से इनकार कर दिया।
(Photo Credit :rasodu.in)
अगले दिन जब अभिभावक स्टेडियम में मैच देखने पहुंचे तो उन्होंने देखा कि नीता वीआइपी बॉक्स में बैठी मैच देख रही थी। वह नीता के पास पहुँचा और आश्चर्य से उनके बारे में पूछा। इस पर बिना कुछ कहते हुए नीता सिर्फ हँस पड़ी। तभी एक अन्य आदमी वहां आया और उसने अभिभावक को बताया कि यह नीता अंबानी है जो मुकेश अंबानी की पत्नी और धीरूभाई अंबानी की बहू है।
इसके बाद जब उस अभिभावक को पता चला कि उन्होंने रिलायंस के मालिक को रिलायंस वर्ल्ड कप के टिकट की पेशकश की है, तो उसका चेहरा सूख गया। उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि वो क्या करें। नीता अंबानी ने घटना का जिक्र करते हुए कहा कि उस वक्त अभिभावक का चेहरा देखने लायक था।