We've allocated over 180 trains for ‘Bharat Gaurav’ trains & 3033 coaches identified. We'll start taking applications from today. We've received good response. Stakeholders will modify & run the train & Railways will help in maintenance, parking & other facilities: Railways Min pic.twitter.com/Hpw90xnzu3
— ANI (@ANI) November 23, 2021
रेलवे की अनोखी योजना; किराये पर दी जायेंगी ट्रेनें, जानें योजना के अंश
By Loktej
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ट्रेनों का नाम 'भारत गौरव ट्रेन', रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी जानकारी
भारतीय रेलवे ने अब रेल यात्रियों के लिए एक खास पेशकश की है। अब देश में एक ऐसी योजना शुरू की जा रही है जिसके तहत कोई भी राज्य या व्यक्ति ट्रेन किराए पर ले सकता है और इन ट्रेनों का नाम 'भारत गौरव ट्रेन' रखा गया है। ट्रेन किराए पर लेने के लिए बाद कुछ शर्तों को पूरा करना होगा और इसके बजाय रेलवे उनसे न्यूनतम किराया वसूल करेगा।
आपको बता दें कि देश वर्तमान में 3,000 से अधिक डिब्बों वाली 180 भारत गौरव ट्रेनें चलाने की योजना बना रहा है। रेलवे ने भी आज से इसके लिए आवेदन प्राप्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है और उन्हें काफी अच्छा रिस्पांस मिल रहा है। रेलवे के मुताबिक भारत गौरव ट्रेनों का संचालन निजी क्षेत्र और आईआरसीटीसी दोनों ही कर सकते हैं। इसे टूर ऑपरेटर भी ले जाएगा। ये ट्रेनें भारत की संस्कृति और विरासत को दर्शाने वाली थीम पर आधारित होंगी, इस उद्देश्य के लिए लगभग 190 ट्रेनों को नामित किया गया है। यात्री माल ढुलाई के बाद रेल पर्यटन के लिए एक तिहाई ट्रेनें शुरू करने जा रहे हैं।
इस योजना की घोषणा करते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि हितधारक ट्रेनों का आधुनिकीकरण और संचालन करेंगे जबकि रेलवे ट्रेनों के रखरखाव, पार्किंग और अन्य सुविधाएं प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि यह नियमित ट्रेन सेवा की तरह नहीं होगी क्योंकि यह सामान्य ट्रेन सेवा नहीं है। भारत गौरव ट्रेनों का मुख्य उद्देश्य भारत में पर्यटन को बढ़ावा देना है। रेल मंत्री ने कहा कि अब इन ट्रेनों को सिर्फ टूरिस्ट हब से शुरू किया जा रहा है. प्रधानमंत्री ने कहा कि रेलवे को भारतीय संस्कृति और सभ्यता से जोड़ा जाना चाहिए, जिससे भारत के गौरव को दिखाने के लिए रेलवे की शुरुआत हो सके। आवेदन आज से शुरू हो गए हैं और इन विशेष ट्रेनों का संचालन किसी भी राज्य, व्यक्ति या संगठन द्वारा किया जा सकता है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि टूर ऑपरेटरों द्वारा किराया तय किया जाएगा लेकिन आगे कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। अधिक शुल्क लगने पर ही रेल मंत्रालय हस्तक्षेप करेगा।इन ट्रेनों में तेजस, वंदे भारत सहित किसी भी श्रेणी के डिब्बों का इस्तेमाल किया जाएगा। ये कोच ऑपरेटरों की मांग के आधार पर उपलब्ध कराए जाएंगे। ट्रेन के कोच और सुविधाओं के हिसाब से किराया भी अलग-अलग होगा।