आज अक्षय तृतीया पर ग्राहकी के अभाव में जौहरियों के चेहरे दिख रहे फिके

आज अक्षय तृतीया पर ग्राहकी के अभाव में जौहरियों के चेहरे दिख रहे फिके

देशभर में दुकान और शो-रूम बंद होने से नुकसान

कोरोना के कारण व्यापार-उद्योग की हालत लचर है। ऐसे में लग्नसरा के आर्डर भी व्यापारियों को गंवाने पड़े हैं। शुक्रवार को अक्षय तृतीया पर ज्वेलरी की अच्छी खरीदी होती है। कोरोना संक्रमण के कारण लॉकडाउन की परिस्थिति होने से देश के कई राज्यों में अक्षय तृतीया पर व्यापार ठप रहेगा। 
सूरत मुंबई सहित बड़े-बड़े महानगरों में भी कोरोना के कारण दुकान और शो-रूम बंद होने से ज्वेलर्स को तगड़ा नुकसान हो रहा है। महाराष्ट्र सरकार ने लॉकडाउन बढ़ा दिए जाने के कारण ज्वेलर्स की उम्मीद पर पानी फिर गया है। पिछले साल भी अक्षय तृतीया तथा लग्नसरा के दिनों में कोरोना के कारण व्यापार को नुकसान हुआ था और इस बार भी यही परिस्थिति होने से ज्वैलर्स निराश हो गए हैं। हिंदुओं के परंपरा के अनुसार अक्षय तृतीया पर्व पर कोई भी चीज खरीदने से उसका क्षय नहीं होता है, यानी कि वह कभी समाप्त नहीं होती है। इसलिए बड़े पैमाने पर लोग अक्षय तृतीया के दिन नई चीजों की शुरुआत करते हैं और सोना-चांदी,मकान आदि की खरीद करते हैं लेकिन बीते 2 साल से कोरोना के कारण ज्वेलरी आदि की खरीदी तो ठप हो गई है।
प्रतिकात्मक तस्वीर
इस साल बैशाख के महीने में लग्नसरा की खरीदी नहीं शुरू होने के कारण श्रमिकों की आवक भी घटी है। पिछले साल जून के त्रैमासिक समय काल दौरान सोने की डिमांड घटकर 63 टन पर पहुंची थी जबकि इस साल उससे भी नीचे पहुंच जाने की आशंका लग रही है।