गुजरात के इस गांव ने शुरू किया अनोखा अभियान, संपूर्ण टीकाकरण करवाने वाले परिवार का कर होगा माफ

गुजरात के इस गांव ने शुरू किया अनोखा अभियान, संपूर्ण टीकाकरण करवाने वाले परिवार का कर होगा माफ

कच्छ के छोटे से गाँव में शुरू हुआ 'मेरा गांव, कोरोना मुक्त गाँव' अभियान

वर्तमान में, देश और राज्य में कोरोना के सकारात्मक मामले लगातार बढ़ रहे हैं। कोरोना के संचरण को रोकने के लिए सरकार द्वारा टीकाकरण में तेजी लाई गई है। सरकार लगातार लोगों से टीकाकरण के लिए अपील कर रही है और अब लोगों में भी टीकाकरण बारे में जागरूक हो चुके हैं और वे टीका भी ले रहे रहे हैं। लेकिन टीकाकरण को लेकर कई लोगों के मन में अभी भी कई सवाल हैं और वे टीका लगवाने के लिए तैयार नहीं हैं। ऐसे में गुजरात के एक ग्राम पंचायत द्वारा गाँव में लोगों को टीकाकरण के बारे में जागरूक करने के लिए एक पहल की गई है।
ग्राम पंचायत द्वारा तय किया गया की गाँव का जो परिवार पूरी तरह से टीकाकरण करवाएगा, उस परिवार से साल 2020-21 का कर नहीं लिया जाएगा। इस अनोकी पहल को अपनाने वाले इस गाँव का नाम है आंगिया और यह कच्चा के नखत्राणा में आया हुआ है। इस गाँव को कोरोना मुक्त बनाने के लिए ग्राम पंचायत द्वारा एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है और 'मेरा गाँव, कोरोना मुक्त गाँव' अभियान शुरू किया गया है। ग्राम पंचायत द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि गाँव के जो भी परिवार कोरोना का टीका लगाएगा, उससे साल 2020-21 का कर नहीं लिया जाएगा। ग्राम पंचायत की इस घोषणा के बाद, गांव के में टीकाकरण का काम तेजी से शुरू हो गया है।

अंगिया गांव के सरपंच इकबाल घांची ने कहा, हमने टीकाकरण को बढ़ावा देने के लिए कर माफ करने का फैसला किया है। इसके अलावा एक हेल्पलाइन नंबर भी तुरंत शुरू किया गया है, अगर गांव में किसी भी व्यक्ति को कोरोना के सामान्य लक्षण मिलते हैं और अगर गांव में कोई कोरोना रोगी है तो उसके परिवार को ग्राम पंचायत द्वारा घर पर भोजन मिल सके ऐसी व्यवस्था की गई है। गांव में हर कोई कोरोना के दिशानिर्देश को सख्ती से लागू कर रहा है। 
सरपंच ने आगे कहा कि भले ही हम कर माफ कर दें, यह हमारे फायदे के लिए है क्योंकि जितने अधिक लोग टीकाकरण करवाएंगे, उतने ही कम लोग बीमार होंगे। पंचायत के पास विकास निधि से लोगों के कर की प्रतिपूर्ति की जाएगी। अगर पंचायत लोगों से घर, प्रकाश, पानी और स्वच्छता कर एकत्र नहीं करती तो उसे प्रति परिवार 6000 रुपए का नुकसान जा रहा है। पंचायत का कहना है की वह इस आय का नुकसान सहन कर लेंगे। पर इसके सामने सभी का स्वास्थय सही रहेगा।  गांव में रहने वाले लोगों के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए, ग्राम पंचायत द्वारा गांव में बैनर भी लगाए गए हैं।