सच हुई कुंभ में बिछड़ने-मिलने की कहानी, हरिद्वार में 2016 में गुम हुई महिला मिल गई!

सच हुई कुंभ में बिछड़ने-मिलने की कहानी, हरिद्वार में 2016 में गुम हुई महिला मिल गई!

सालों तक नहीं मिलने के चलते परिवार ने मान लिया था मृत, कुंभ मेले में चल रही चेकिंग के दौरान मिली महिला

परिवार का कोई अपना जब अचानक से गायब हो जाता है तो परिवार पर क्या बिताती है, इसकी कल्पना मात्र भी नही की जा सकती। परिवार उसे ढूँढने में अपनी सारी जान लगा देता है और जब वह वापिस मिल जाये तो उनकी खुशी का ठिकाना ही नहीं रहता। फिल्मों में तो आपने देखा ही होगा की कुंभ में मेले में परिवार का कोई सदस्य गुम हो जाता है और सालों बाद उसी मेले में वापिस मिल जाता है। कुछ ऐसी ही घटना हकीकत में सामने आई है। 
उत्तराखंड से सामने आई यह घटना किसी की भी आंखो को भीगा सकती है। एक कृष्णा देवी नाम की बुजुर्ग महिला जो की अयोध्या, मथुरा, वृन्दावन, गंगोत्री, यमुनेत्री, बद्रीनाथ और केदारनाथ की यात्रा करने के बाद साल 2016 में अर्धकुंभ के लिए हरिद्वार पहुंची थी। हालांकि इसके बाद वह अपने गाँव नहीं पहुँच सकी। इसके चलते उनके परिवार ने हर जगह उन्हें ढूँढने की कोशिश की, पर वह उन्हें कही नहीं मिली। अंत में परिवार ने जोगिया पुलिस स्टेशन में उनके गुम होने की शिकायत लिखवाई थी। 
जब बुजुर्ग महिला की कोई जानकारी नहीं मिली तो उन्हें परिवार वालों ने मृत मान ली थी। पर गुम होने के 5 साल बाद कृष्णा देवी के परिवार वालों को पता चला की वह जीवित है और वह त्रिवेणी घाट ऋषिकेश में है। इतना सुनते ही उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उल्लेखनीय है कि हरिद्वार में फिलहाल कुंभ मेला चल रहा है और पुलिस द्वारा सभी की जांच कर रही है। इसी दौरान कृष्णा देवी की जानकारी पुलिस को मिली। 
पुलिस ने तुरंत ही इस बारे में जांच कर जोगिया पुलिस स्टेशन से संपर्क कर कृष्णा देवी के बारे में जानकारी दी। कृष्णा देवी के बारे में जानकारी मिलते ही, उनके पति ज्वाला प्रसाद, पुत्र दिनेश्वर पाठक और पुत्री उमा उपाध्याय ऋषिकेश पहुँच गए थे। ऋषिकेश में अपनी माता को सकुशल देख कर दोनों संतानों की आंखो से खुशी के आँसू निकलने लगे थे।