17 तोपो की सलामी और बेटियों के हाथों मुखाग्नि के साथ इस संसार से विदा हुआ देश का नायक

17 तोपो की सलामी और बेटियों के हाथों मुखाग्नि के साथ इस संसार से विदा हुआ देश का नायक

सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत का अंतिम संस्कार एक साथ किया गया

दो दिन पहले विमान हादसे में दिवंगत सीडीएस जनरल बिपिन रावत का पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उनका और उनकी पत्नी मधुलिका रावत का अंतिम संस्कार एक साथ किया गया। उन दोनों पुण्यात्मा को उनकी बेटियां कृतिका और तारिणी ने मुखाग्नि दी।जनरल रावत की दोनों बेटियों ने अपने माता-पिता के अवशेषों को तोपगाड़ी में अंत्येष्टि के लिए ले जाए जाने से पहले संबंधित पारंपरिक अनुष्ठान किए। इसके साथ साथ उन्हें 17 तोपों की सलामी दी गई।
आपको बता दें कि जनरल रावत की अंतिम यात्रा उनके आधिकारिक आवास से शुरू हुई और उनका अंतिम संस्कार दिल्ली छावनी में बरार स्क्वायर अंत्येष्टि स्थल पर हुआ। अंतिम यात्रा में उमड़े लोगों के हुजूम ने 'भारत माता की जय', 'वंदे मातरम' और 'जनरल रावत अमर रहें' जैसे नारों के साथ हजारों लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।

आपको बता दें कि तमिलनाडु के कुन्नूर के पास एक एमआई17वी5 हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से हादसे में देश के पहले सीडीएस, उनकी पत्नी और 11 अन्य सैन्यकर्मियों के निधन के बाद पूरे देश में शोक का माहौल है।
भारत के पहले सीडीएस के रूप में, जनरल रावत को सेना के तीनों अंगों के बीच थिएटर कमान और संयुक्तता लाने का काम सौंपा गया था। जनरल रावत और उनकी पत्नी के पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए ले जाए जाने से पहले उनके आधिकारिक आवास में रखा गया, ताकि लोग उन्हें श्रद्धांजलि दे सकें। देश की विभिन्न हस्तियों ने जनरल रावत के आधिकारिक आवास 3, कामराज मार्ग पहुंचकर उन्हें और उनकी पत्नी के अंतिम दर्शन किए तथा उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और कांग्रेस नेता राहुल गांधी तथा कई अन्य गणमान्य लोगों ने आज जनरल रावत और उनकी पत्नी के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित किए।

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