सूरत : बहन की किडनी हुई फ़ेल तो भाई ने अपनी किडनी दी, रक्षाबंधन के पहले ही दिया बहन को जीवन का उपहार

सूरत : बहन की किडनी हुई फ़ेल तो भाई ने अपनी किडनी दी, रक्षाबंधन के पहले ही दिया बहन को जीवन का उपहार

चार साल पहले हुई थी बहन की किडनी फ़ेल, डेढ़ साल से चल रहा था डायालिसिस

भाई-बहनों के पवित्र त्योहार रक्षाबंधन को अभी कुछ दिनों की देर है। हालांकि इसके पहले ही सूरत में भाई-बहन के गहरे प्यार का उदाहरण देता हुआ एक मामला देखने मिला था। जहां पिछले चार साल से डायलिसिस पर जी रही बहन को अपनी किडनी देकर भाई ने उसकी जान बचाई थी। । 
विस्तृत जानकारी के अनुसार, व्यारा की रहने वाली 42 वर्षीय लताबेन की चार पहले किडनी फ़ेल हो गई थी। इसके चलते वह पिछले डेढ़ सालों से डायलिसिस भी करवा रहे थे। ऐसे में मेटास अस्पताल के डॉ वत्सा पटेल ने लताबेन को किडनी ट्रांसप्लांट की सलाह दी थी। जिसके लिए व्यारा के रहने वाले लताबेन के 37 वर्षीय हितेशभाई की किडनी उनसे मैच हुई थी। हितेशभाई अपनी किडनी देने के लिए तैयार भी हो गए थे। इसके चलते 27 जुलाई को डॉ वत्सा पटेल, अनिल पटेल यूरोलोजी के डॉ चिराग पटेल सहित 50 सदस्यों की टीम द्वारा पहली बार लाईव किडनी ट्रांसप्लांट किया गया। 
अपनी बहन को किडनी देने वाले हितेशभाई ने कहा कि वह एक किडनी के बाद भी आसानी से अपनी ज़िंदगी गुजार सकते है। ऐसे में उन्हें अपनी बहन को अपनी किडनी देने में कोई भी हिचकिचाहट नहीं थी। हालांकि उनकी बहन फिर भी काफी डर रही थी। डॉक्टर ने भी उनसे इस बारे में पूछा, जिस पर उन्होंने कहा कि रक्षाबंधन आ रहा है ऐसे में अपनी बहन को नया जीवन देने से बड़ा गिफ्ट उसके लिए और क्या हो सकता है।