सूरत : बढ़ते मामलों को देखते हुए शहर में बनेगा कोविड आइसोलेशन सेंटर, नगर पालिका ने की एनजीओ के साथ बैठक

पहली और दूसरी लहर की तरह अब तीसरी लहर में संक्रमण को रोकने की कोशिश करें

 कोरोना संक्रमण के मामले बढने पर निगम ने अब गैर सरकारी संगठनों के साथ बैठक की है। कोरोना संक्रमण के पहले और दूसरे चरण में सामुदायिक केंद्र बनाए गए थे। जो काफी मददगार साबित हुआ। इसी को ध्यान में रखते हुए एक बार फिर सूरत शहर में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए एनजीओ के सहयोग से सामुदायिक कोविड आइसोलेशन सेंटर स्थापित किया जा रहा है। आइसोलेशन सेंटर की वजह से जो भी व्यक्ति कोरोना से संक्रमित हुआ है वह वहां रह सकता है। ताकि यह दूसरों को संक्रमित न कर सके।
ओमिक्रोन और डेल्टा वेरिएंट के बीच संक्रमण बहुत तेजी से फैल रहा है। खुद नगर आयुक्त का मानना ​​है कि सूरत के लिए अगले 25 दिन बेहद जोखिम भरे हैं। कोमोर्बिड के मरीज जरूरी काम को छोड़कर घर से बाहर न निकलें। ताकि वे कोरोना से संक्रमित न हो सके। आगामी उत्तरायण पर्व को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है कि उत्तरायण उत्सव मनाने के लिए अन्य समाजों या समाज के अन्य स्थानों से रिश्तेदारों को आमंत्रित नहीं किया जाएगा। ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग संक्रमित न हों और परिवार के लोग भी इससे सुरक्षित रहें।
नगर आयुक्त बंछानिधि पाणि ने कहा कि अगले 25 दिन सूरत शहर के लिए बेहद अहम हैं। संक्रमण के बढ़ते मामले पर चर्चा के लिए  आज शहर के विभिन्न एनजीओ से मुलाकात की। सामुदायिक कोविड आइसोलेशन सेंटर बनाने की तैयारी की जा रही है। कम्युनिटी सेंटर से ही कोरोना संक्रमण को रोका जा सकता है। साथ ही जिन लोगों को अधिक समस्या है उन्हें तत्काल प्रभाव से अस्पताल ले जाया जा सकता है। कोमोर्बिड मरीजों को इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि कहीं कोरोना संक्रमित न हो जाए। ताकि उनकी तबीयत खराब न हो। जरूरी काम को छोड़कर अभी बाहर न जाएं।
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