राजकोट : बेटी को गंगा जल पिलाने गये तो मिली अंतिम चिट्ठी, माता-पिता शब्द पढक़र रो पड़े

राजकोट :  बेटी को गंगा जल पिलाने गये तो मिली अंतिम चिट्ठी, माता-पिता शब्द पढक़र रो पड़े

राजकोट :  बेटी को गंगा जल पिलाने गये तो मिली अंतिम चिट्ठी, माता-पिता शब्द पढक़र रो पड़े
राजकोट शहर के विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के हरसिद्धि सोसायटी निवासी दीपाली राजूभाई परमार नाम की युवती ने आत्महत्या कर ली है। मृतका के पिता राजूभाई परमार की शिकायत के आधार पर विवि पुलिस ने पड़ोस के रहने वाले सुनील कुकडिय़ा के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है। पुलिस को मामले में एक सुसाइड नोट भी मिला है। इस सुसाइड नोट में सुनील कुकडिय़ा का नाम है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार राजकोट शहर के विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र में हरसिद्धि सोसायटी में रहने वाली एक स्नातक छात्रा को अपने घर में फांसी लगाने की घटना सामने आई है। शिकायत कर्ता के भतीजे ने बताया कि उसकी बेटी के फांसी लगाने की सूचना देने पर पिता के पैरों तले जमीन खिसक गई। । घटना की जानकारी होने पर मृतका के पिता घर पहुंचे। उधर, पूरी घटना की सूचना विश्वविद्यालय पुलिस को दी गई और विश्वविद्यालय पुलिस का एक काफिला तुरंत मौके पर पहुंच गया। 
पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए शहर के सिविल अस्पताल में पीएम के कमरे में भेज दिया। घरवालों को भी कुछ देर तक यकीन नहीं हुआ कि उनकी प्रिय बेटी अब इस दुनिया में नहीं रही।  जब परिवार अपनी बेटी की अतिंम क्रिया के लिए गंगाजल देने की योजना बना रहा था, तो मंदिर से गंगाजल की एक बोतल लाते समय कुलदेवी की तस्वीर के नीचे आखिरी पत्र मिला। यह अंतिम पत्र मृतका ने लिखी थी चि_ी में लडक़ी ने लिखा, पड़ोस में रहने वाले सुनील कुकडिय़ा की वजह से मैं आत्महत्या कर रही हूं। सुनील कुकडिय़ा ने मुझे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताडि़त किया है। उन्होंने मेरे माता-पिता को भी गाली दी है।
संयोग से सुनील की शादी के दूसरे दिन युवती के आत्महत्या करने के बाद कई तरह की चर्चाए की जा रही हैं। लडक़ी के आत्महत्या करने से एक दिन पहले सुनिल की बारात पाटनवाव गई थी। वहीं, बीते दिनों युवती और सुनील के बीच प्रेम प्रसंग की चर्चा है। यह देखना बेहद जरूरी होगा कि आरोपी सुनील विश्वविद्यालय पुलिस की पूछताछ में क्या तथ्य उजागर करता है।
मृतक दीपाली के पिता राजूभाई परमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा, कि पड़ोस में रहने वाला सुनील कुकडिय़ा मेरी बेटी को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताडि़त कर रहा था। मेरी बेटी इससे तंग आ चुकी थी, जिससे यह अंतिम कदम उठाया। समग्र विस्तार के लोग इस मामले के लेकर एकत्रित होकर पुलिस कमश्निर से मिलकर न्याय की गुहार लगाएंगे।  दीपाली के पिता ने आगे कहा कि बच्चों को इतना बड़ा कदम उठाने से पहले अपने माता-पिता से खुलकर बात करनी चाहिए। 
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