नवरात्रि विशेष : पूरी दुनिया में विख्यात है माता दुर्गा के ये 5 मंदिर, दूर-दूर से लोग आते हैं दर्शन करने

नवरात्रि विशेष : पूरी दुनिया में विख्यात है माता दुर्गा के ये 5 मंदिर, दूर-दूर से लोग आते हैं दर्शन करने

देश भर में नवरात्रि का महोत्सव चल रहा है। 7 अक्टूबर से स्थापित हुई माता दुर्गा की प्रतिमाओं का 15 अक्टूबर को विसर्जन किया जाएगा। देश के प्रसिद्ध मंदिरों में लोग दर्शन करने के लिए कतार लगा रहे है। हालांकि कोरोना महामारी के कारण इस बार मंदिरों में कई तरह के नियंत्रण लगाये गए है। ऐसे में आज हम आपको माता दुर्गा के 5 ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे है, जिसके दर्शन करने मात्र से सारी मनोकामनाएँ पूर्ण हो जाती है, ऐसी मान्यता है। 

ज्वाला देवी, हिमाचल प्रदेश
भारत के उत्तर में हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में आया ज्वाला देवी का मंदिर काफी प्रख्यात है। यह मंदिर देवी के 51 शक्तिपीठों में से एक है, जहां माता सती की जीब के गिरे होने की मान्यता है। इस मंदिर में पृथ्वी में से निकली एक ज्योत हमेशा जलती रहती है। इसलिए इसे ज्वाला देवी मंदिर कहा जाता है।  
कामाख्या शक्तिपीठ, आसाम
यह शक्तिपीठ आसाम की राजधानी गुवाहाटी से 8 किलोमीटर दूर है। इस शक्तिपीठ को सभी शक्तिपीठ में सबसे पहला माना जता है। यहाँ माता सती की योनि के गिरे होने की मान्यता है। मंदिर में माता का मासिक स्त्राव भी होने की मान्यता है। इस मंदिर में मांगी गई हर मनोकामना पूर्ण होती है। देश-विदेश से कई लोग इस मंदिर को देखने आते है।  
नैना देवी मंदिर, नैनीताल
नैनीताल के नैना देवी मंदिर में माता सती की दो आँख स्थापित की गई है। इस मंदिर में माता सती की आंखो की पुजा की जाती है। इस मंदिर का भी हिंदू सभ्यता में काफी महत्व माना जाता है।  
करणी माता मंदिर, राजस्थान
राजस्थान के बीकानेर से 30 किलोमीटर दूर आया करणी माता का मंदिर भी काफी मशहूर है। यह मंदिर कई चूहों का निवासस्थान है और इसी कारण इन्हें चूहों का मंदिर भी कहा जाता है। यहाँ आने वाले भक्त चूहों के लिए खाना भी ले आते है। 
दक्षिणेश्वर काली मंदिर, पश्चिम बंगाल
पश्चिम बंगाल के कोलकाता में आया यह मंदिर काफी सुंदर है। माना जाता है की तकरीबन 170 साल पहले जान बाजार की रानी रासमनी को सपने में आकर माता काली ने इस मंदिर को बनाने का आदेश दिया था। इस मंदिर को देखने भी लोग दूर दूर से आते है।