लोन : पिछली साल की तुलना में इस साल सोना गिरवी रख कर्ज लेने वालों की संख्या में गिरावट

लोन : पिछली साल की तुलना में इस साल सोना गिरवी रख कर्ज लेने वालों की संख्या में गिरावट

ताजा आंकड़ों के मुताबिक, बैंकों ने मई में सोने के आभूषणों के बदले 73,752 करोड़ रुपये का कर्ज दिया, जबकि पिछले साल इसी महीने में यह 75,311 करोड़ रुपये था

कोरोना काल में आर्थिक समस्या से जूझ रहे लोगों द्वारा सोना गिरवी रखकर पैसे उधार लेने के प्रवृति में आई तेज बाद हाल ही में इसमें गिरावट देखी गई है। इसे अर्थव्यवस्था में सुधार का संकेत माना जा सकता है। रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक, मई में गोल्ड से सुरक्षित पर्सनल लोन में 2.9 फीसदी की गिरावट आई, जबकि अन्य सभी कैटेगरी के पर्सनल लोन में सुधार हुआ।
आरबीआई के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, बैंकों ने मई में सोने के आभूषणों के बदले 73,752 करोड़ रुपये का कर्ज दिया, जबकि पिछले साल इसी महीने में यह 75,311 करोड़ रुपये था। यहां यह ध्यान दिया जा सकता है कि वर्ष 2020 और मई 2021 के दौरान, सोने के बदले ऋण में क्रमशः 126 प्रतिशत तक की तीव्र वृद्धि देखी गई।
वहीं गृह और वाहन ऋण, व्यक्तिगत ऋण में 14 प्रतिशत की वृद्धि देखी गयी हुई। बैंकों ने 17 लाख करोड़ रुपये के होम लोन और 4.2 लाख करोड़ रुपये के ऑटो लोन को मंजूरी दी है। वहीं  सूक्ष्म और लघु उद्यमों के लिए ऋण आवंटन ने मई के दौरान अच्छा प्रदर्शन करना जारी रखा, जिसमें 33 प्रतिशत की तीव्र वृद्धि हुई, जो एक साल पहले 8.9 प्रतिशत थी। पिछले साल के इसी महीने में 3.1 फीसदी के संकुचन के मुकाबले इस बार बड़े उद्यमों को ऋण वितरण में 1.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
कुल मिलाकर, गैर-खाद्य बैंक ऋण मई के दौरान 12.6 प्रतिशत बढ़ा, जो एक साल पहले 4.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। सेवा क्षेत्र में उधारी इस साल 12.9 फीसदी बढ़ी।