भारतीय क्रिकेट : सुनील गावस्कर ने बीसीसीआई को दी ये बड़ी सलाह, अपने कॉलम में लिखी ये बात

भारतीय क्रिकेट : सुनील गावस्कर ने बीसीसीआई को दी ये बड़ी सलाह, अपने कॉलम में लिखी ये बात

टेस्ट क्रिकेट को बताया सबसे खास और बीसीसीआई को दी अपने लोगो और स्वेटर के रंग को पेटेंट कराने की सलाह

क्रिकेट दुनिया के सबसे लोकप्रिय खेलों में से एक है। दुनिया में इसका चलन और लोकप्रियता दिन बा दिन बढ़ रही है। आये दिन इसके फॉर्मेट में तरह तरह के प्रयोग किये जाते है। इस पर भी टेस्ट क्रिकेट इस खेल का सबसे पुराना और शानदार प्रारूप है। भले ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का यह सबसे पुराना प्रारूप आज के लोगों को इतना आकर्षक नहीं लगता लेकिन देश के लिए खेलने का सपना देखने वाले खिलाड़ी जानते हैं कि यह प्रारूप है सबसे जरुरी और अहम है। इस प्रारूप में चमकाना ही अपनी प्रतिभा को साबित करना है।
इस खेल में जर्सी के पीछे नंबरों को इसलिए लाया गया है कि नए प्रशंसक अपने पंसदीदा खिलाड़ी की पहचान कर सकें। अक्सर मेहमान टीम के खिलाड़ियों की पहचान करने की आवश्यकता होती है क्योंकि वे घरेलू प्रशंसकों से परिचित नहीं होते हैं। जर्सी का नंबर खिलाडी से खिलाडी तक बदल जाता है पर टेस्ट क्रिकेट की बात करें तो, हाल ही भारत के लिए प्रदर्पण करने वाले श्रेयस अय्यर ने इतनी श्रद्धा के साथ कैप को चूमा जो दिल को छू लेने वाला था। यह बताता है कि भारत की टेस्ट कैप हासिल करना आधुनिक भारतीय क्रिकेटर के लिए भी चोटी का काम है। 303 अंक वाली वह कैप उनके लिए हमेशा खास रहेगी क्योंकि वह नंबर उन्हीं का है। उन्हें जो नई जर्सी मिली उस पर बीसीसीआइ के लोगो के नीचे अंकित नंबर होगा और वे केवल उन्हीं का रहेगा।
अगर इससे पहले इंग्लैंड दौरे की बात करें तो उसमें ध्यान देने वाली बात यह थी कि भारतीय टीम के स्वेटर का रंग पारंपरिक रूप से अतीत में इस्तेमाल होने वाले स्वेटर से अलग था। यह प्रायोजक ने किया है या बीसीसीआइ ने, यह स्पष्ट नहीं है। जब से भारत ने टेस्ट क्रिकेट खेलना शुरू किया है, तब से भारत की कैप एक जैसी ही रही है, इसलिए उम्मीद है कि टीम की अगली टेस्ट सीरीज खेलने से पहले जर्सी में इसे ठीक कर लिया जाएगा। साथ ही बीसीसीआइ के लिए लोगो और स्वेटर के रंग का पेटेंट कराना एक अच्छा विचार होगा ताकि कोई और उनका इस्तेमाल न कर सके।
एक बार फिर आप इंग्लैंड, आस्ट्रेलिया, वेस्टइंडीज, न्यूजीलैंड के लोगो और जर्सी के रंगों को अपनी राष्ट्रीय टीमों के अलावा किसी और द्वारा इस्तेमाल करते नहीं पाएंगे। यही उन्हें बेशकीमती और प्रतिष्ठित बनाता है। आस्ट्रेलियाई खिलाड़ी जिस सम्मान के साथ अपनी बैगी ग्रीन कैप पहनते हैं, वह इसलिए है क्योंकि इस लोगो वाली कैप टेस्ट खिलाड़ी के अलावा किसी और के लिए उपलब्ध नहीं है। आप इसे दुकानों पर नहीं प्राप्त कर सकते हैं।