कोरोना काल में केवल मेडिकल इंडस्ट्री की धूम मची है, अच्छा है! लेकिन कालाबाजारी क्यों?

कोरोना काल में केवल मेडिकल इंडस्ट्री की धूम मची है, अच्छा है! लेकिन कालाबाजारी क्यों?

कोरोना काल में बढ़ी सैनिटाईजर, मास्क, ऑक्सीमीटर, थर्मल गन जैसी चीजों की मांग, साथ ही बढ़ रहा हैं कालाबाजारी

देश में कोरोना की स्थिति बहुत गंभीर बनती जा रही है। इस समय लोग अपने स्वास्थ्य को सबसे अधिक वरीयता दे रहे है और सेहत के लिए उपयोग चीजों, फलों-सब्जियों का सेवन कर रहे है। लोग आपातकालीन परिस्थिति से बचने के लिए आवश्यक दवाओं को खरीद कर रख रहे हैं। कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने के साथ ही अन्य सामान्य दवाओं की कालाबाजारी सामने आई है। इस समय समय चीजों और उपकरणों की कीमतों में भारी उछाल देखा गया है। इतना ही नहीं इस समय दवाओं के अलावा ऑक्सीमीटर जैसे उपकरणों की कालाबाजारी भी हो रही हैं।
आपको बता दें कि कोरोना का संक्रमण बढ़ते से जहाँ एक ओर अधिकांश व्यापार प्रभावित हुआ है, कई सारे काम बंद होने के कगार पर आ गए है वहीं इस समय कुछ क्षेत्र और कुछ काम ऐसे है जिनमें खास तेजी देखी जा रही हैं। इनमें मेडिकल क्षेत्र सबसे अहम हैं। इस समय दवाओं का व्यापार बहुत ही तेजी से फल फुल रहा हैं इस समय में लोगों ने कालाबाजारी करना शुरू कर दिया है। कोरोना के आने के साथ ही हैंड सैनिटाईजर की मांग आसमान छूने लगी और सामान्य रूप से 30-40 में बिकने वाला ये उत्पाद अचानक ही 70-80 तक पहुँच गया। इस समय सबसे अहम माने जाने वाला पल्स ऑक्सीमीटर का दाम दो से ढाई गुना कर दिया गया है। कोरोना मरीजों की पल्स रेट मापने के लिए पल्स ऑक्सीमीटर जरूरी होता जो पहले सात से आठ सौ रुपये में मिलता था, लेकिन अब इसका दाम 1500 से दो हजार के बीच हो गया है।

वहीं डिजिटल थर्मामीटर 125 से 150 तक मिलता था, लेकिन इनके दाम अब दो सौ से ढाई सौ तक कर दिए गए हैं। साथ ही कई दवाएं मिल नहीं रही हैं जहां यह मिल भी रहीं तो इनका दाम अधिक है। इनके अलावा थर्मल गन, मास्क, ग्लोव्स, नेब्यूलाइजर मशीन, पीपीई किट, फेस-शील्ड, इमुनिटी बूस्टर दवाइयाँ, विटामिन की दवाइयों आदि की मांग और कीमतों में बढ़ोत्तरी देखी गई हैं।
गौरतलब है कि कोरोना के आने के साथ ही लोगों की पूरी जीवनशैली बदल चुकी है। जहाँ पहले लोग बेझिझक घूमते थे अब मास्क के बिना घर से नहीं निकल रहे। व्यायाम, इमुनिटी बूटर दवाइयाँ और फल जैसी चीजे खाने पीने की सूची में सबसे आगे हो चुकी हैं। लोग कभी ना इस्तेमाल करने वाले सैनिटाईजर जैसे चीजों का उपयोग करने लगे हैं।