अगर ठोस कदम उठाएं जाएं तो हो सकता है कि तीसरी लहर न आए : वैज्ञानिक सलाहकार

अगर ठोस कदम उठाएं जाएं तो हो सकता है कि तीसरी लहर न आए : वैज्ञानिक सलाहकार

नई दिल्ली, 7 मई (आईएएनएस)| सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के. विजय राघवन ने शुक्रवार को कहा कि अगर ठोस कदम उठाएं जाएं और पर्याप्त उपाए किए जाएं तो हो सकता है कि तीसरी लहर न आए। इससे पहले उन्होंने बुधवार को कहा था कि कोरोनावायरस की तीसरी लहर अपरिहार्य है, यानी कि तीसरी लहर भी आएगी। हालांकि यह कब आएगी, इसका पूवार्नुमान उन्होंने नहीं जताया था। वहीं अब शुक्रवार को राघवन ने यह कहते हुए अपने कदम पीछे खींच लिए कि हो सकता है हम अगर मजबूत कदम उठाएं और उपाय करें तो तीसरी लहर को टाला भी जा सकता है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रेस ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, अगर हम ठोस कदम और उपाय करते हैं, तो शायद कुछ ही जगहों पर कोरोना की तीसरी लहर आएगी या फिर कहीं भी नहीं आएगी। उन्होंने कहा कि यह इस बात पर निर्भर करता है कि स्थानीय स्तर पर, राज्यों में, जिलों में और शहरों में हर जगह मार्गदर्शन कितना प्रभावी ढंग से लागू होता है।
प्रतिकात्मक तस्वीर
यह बयान उनके बुधवार के बयान से काफी अलग है, जब उन्?होंने कहा था, वायरस का अधिक मात्रा में सकुर्लेशन हो रहा है और तीसरी लहर भी आएगी, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि यह कब आएगी और किस स्तर की होगी। हमें नई (तीसरी) लहर के लिए तैयारी करनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि नए स्ट्रेन से निपटने के लिए अपग्रेडेशन के लिए कोविड-19 वैक्सीन की नियमित निगरानी की आवश्यकता है। वैज्ञानिक सलाहकार ने यह भी कहा कि वायरस के स्ट्रेन पहले स्ट्रेन की तरह फैल रहे हैं। इनमें नई तरह के संक्रमण का गुण नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि मौजूदा वेरिएंट्स के खिलाफ वैक्सीन प्रभावी हैं। देश और दुनिया में नए वेरिएंट्स आएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि एक लहर के खत्म होने के बाद सावधानी में कमी आने से वायरस को फिर से फैलने का मौका मिलता है।
इस बीच शुक्रवार को हुई प्रेस कांफ्रेस में अतिरिक्त सचिव, स्वास्थ्य, आरती आहूजा ने कहा, दिल्ली, छत्तीसगढ़, गुजरात, महाराष्ट्र, झारखंड और उत्तर प्रदेश सहित राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में प्रतिदिन नए कोविड मामलों में गिरावट के संकेत मिल रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को जारी एक बयान में बताया गया है कि भारत सरकार ने अब तक राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों को 17.35 करोड़ से ज्यादा टीके की खुराक (17,35,07,770) प्रदान की हैं। इसमें से अपव्यय सहित कुल खपत 16,44,77,100 खुराक हैं। यह आंकड़ा शुक्रवार की सुबह आठ बजे तक का है।
अभी भी राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के पास कोविड टीके की 90 लाख से अधिक खुराक (90,30,670) उपलब्ध हैं। इसके अलावा अगले तीन दिनों में राज्यों/केंद्रशासित क्षेत्रों को 10 लाख से अधिक (10,25,000) खुराकें मिलेंगी।