क्या आप जानते है इस वीवीआईपी पेड़ के बारे में, मिलती है इतनी सुविधा की जानकर हैरान रह जाएँगे आप

क्या आप जानते है इस वीवीआईपी पेड़ के बारे में, मिलती है इतनी सुविधा की जानकर हैरान रह जाएँगे आप

देश का सबसे बड़ा वीवीआईपी पेड़ मप्र की राजधानी भोपाल और विदिशा के बीच रायसेन जिले के सलामतपुर की पहाड़ी पर स्थित

आपने आज तक खास और वीवीआईपी इंसानों के बारे में सुना होगा पर क्या आप जानते है कि इस देश में एक ऐसा पेड़ भी है जो वीवीआईपी है। देश का सबसे बड़ा वीवीआईपी पेड़ मप्र की राजधानी भोपाल और विदिशा के बीच रायसेन जिले के सलामतपुर की पहाड़ी पर स्थित है। जहाँ 21 सितंबर 2021 को श्रीलंका के तत्कालीन राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे ने प्रस्तावित बौद्ध विश्वविद्यालय के भूमि पूजन समारोह में इस बौद्ध वृक्ष को लगाया था। ये वृक्ष इतना खास है कि यदि इसका पत्ता भी गिरता है तो भोपाल में भी उच्च स्तर पर इसकी सूचना जाती है। खास बात यह है कि एक वीआईपी व्यक्ति की तरह किया इस पेड़ का मेडिकल चेकअप भी किया जाता है।
आपको बता दें कि इस पेड़ को किसी वीवीआईपी जैसा ट्रीटमेंट मिलता है। 15 फुट ऊंचे जालों से घिरे इस इस वृक्ष  के चारो तरफ पुलिसकर्मियों को सुरक्षा के लिए तैनात किया गया है। यह पेड़ इसलिए भी खास है क्योंकि यह एक बोधि वृक्ष है। बौद्ध गुरुओं का मानना है कि बोधगया में इसी पेड़ के नीचे भगवान बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। उसी समय सम्राट अशोक भी इस पेड़ की एक शाखा को भारत से श्रीलंका ले गए। किसी भी इंसान की तरह इस पेड़ की सेहत का ख्याल रखा जाता है।
आपको जानकर हैरानी होगी कि सरकार 15 दिन में इस पेड़ की एक बार जांच करती है। फिर आवश्यक उर्वरक और पानी भी उपलब्ध कराया जाता है। सरकार यह भी सुनिश्चित करने की कोशिश करती है कि पेड़ का एक भी पत्ता न टूटे। इसलिए 24 घंटे सुरक्षा प्रदान की जाती है। पेड़ को चारों ओर से बाड़ लगाकर संरक्षित किया गया है। अगर इसका एक भी पत्ता सूख जाए तो प्रशासन में हड़कंप मच जाता है। सरकार ने इस पेड़ के लिए भी खास इंतजाम किए हैं। इसकी देखरेख बागवानी विभाग, राजस्व, पुलिस और सांची नगर परिषद द्वारा की जाती है। ये सभी विभाग इस बोधिवृक्ष की देखभाल के लिए हमेशा तैयार रहते हैं।