पाकिस्तान से लौटी मुक-बधिर गीता की आखिर अपनी मां से हुई मुलाकात

पाकिस्तान से लौटी मुक-बधिर गीता की आखिर अपनी मां से हुई मुलाकात

2003 में गलती से पहुँच गई थी पाकिस्तान, 2015 में सुषमा स्वराज के प्रयासों के बदौलत भारत लौटी

पाकिस्तान से 2015 में वापिस आई मुक-बधिर गीता को आखिर उसके परिवार वाले मिल गए है। जिस संगठन ने पाकिस्तान में गीता को सहारा दिया था, उसने महाराष्ट्र में गीता को उसके परिवार से मिला देने का दावा दिया है। 

महाराष्ट्र के नायगांव में रहती है गीता की माँ

विश्व विख्यात इधी वेल्फेर ट्रस्ट के पूर्व प्रमुख स्वर्गीय अब्दुल सत्तार की पत्नी बिल्किस इधी ने बताया की गीता नामक इस मुक-बधिर लड़की को महाराष्ट्र में उसकी वास्तविक माता के साथ फिर से मिलवा दिया गया है। साल 2003 में भूल से गीता पाकिस्तान पहुँच गई थी। बिल्किस इधी ने बताया की गीता का मूल नाम राधा वाघमारे है और उसकी माता महाराष्ट्र के नायगांव में रहती है। 

पाकिस्तान में इधी फ़ाउंडेशन ने रखा था पाकिस्तान में गीता का ख्याल

26 अक्टूबर 2015 को उसे भारत लाया गया था। उस वक्त की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के प्रयासों के कारण यह शक्य बना था। सुषमा स्वराज ने इसके बाद उसके माता पिता को ढूँढने का भी वचन दिया था। वापिस आने के बाद गीता ने अपने परिवार को ढूँढना शुरू किया था, जो अब पूर्ण हुई है। पाकिस्तान में रहने के दौरान इधी फ़ाउंडेशन ने गीता का ख्याल रखा था। 
बिल्किस इधी को गीता 11-12 साल की उम्र में कराची में एक रेलवे स्टेशन पर से मिली थी। शुरुआत में उसका नाम फातिमा रखा गया था। पर जब पता चला की वह हिन्दू है तो उसका नाम गीता रखा गया था। 
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