आईपीएस अधिकारियों के फर्जी एकाउंट बनाकर फेक न्यूज वायरल करते साइबर अपराधी

आईपीएस अधिकारियों के फर्जी एकाउंट बनाकर फेक न्यूज वायरल करते साइबर अपराधी

अहमदाबाद के जोन डीसीपी के फर्जी ट्वीटर एकाउंट से आपत्तिजनक पोस्ट की

देश में साइबर क्राइम की घटनाएँ काफी आम बनती जा रही है। आए दिन सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से लोग किसी न किसी के साथ धोखाधड़ी करते है। साइबर अपराधियों की ऐसी ही एक स्केंडल का शिकार बने है कुछ आईपीएस अधिकारी, जिनके नाम का इस्तेमाल कर कुछ लोग सोशल मीडिया पर नकली आईडी बनाकर उसपर से गलत खबर फैलाने वाले पोस्ट कर रहे है।
अहमदाबाद शहर के जॉन सेवन के डीसीपी प्रेमसुख डेलू के साथ भी ऐसी ही घटना हुई है। उनके नाम से कई अलग-अलग ट्विटर अकाउंट बने है, इतना ही नहीं किसी ने इस अकाउंट के माध्यम से कई पोस्ट भी किए गए हैं। इस बारे में जब डीसीपी प्रेमसुख डेलू को जानकारी हुई तो उन्होंने साइबर क्राइम में मामला दर्ज कराया है। साइबर क्राइम की टीम ने ट्विटर को आईपीएस प्रेमसुख के अकाउंट बंद करने के लिए भी कहा है। इसके बावजूद ट्विटर ने फेक अकाउंट नहीं बंद करने के कारण आईपीएस प्रेमसुख डेलू त्रस्त हो गए। जिसके चलते उन्होंने सेटेलाइट पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई है।
प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo Credit : Pixabay.com)

आईपीएस प्रेमसुख डेलू को 23 अप्रेल के रोज उनके फर्जी ट्विटर अकाउंट बनाए गए होने की जानकारी मिली। इसकी  जांच करने पर उन्हें पता चला कि उनके फर्जी अकाउंट पर 24 अप्रेल को धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली पोस्ट भी रखी गई है। उन्होंने बताया कि मेरे नाम से किसी अजनबी ने ट्विटर अकाउंट बनाकर मेरी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने का काम किया है। मेरे नाम का गलत उपयोग करके गलत पोस्ट रखी है। मैं अपने दोस्त और परिवारजनों को इस बारे में जवाब दे कर थक गया हूं। फर्जी अकाउंट बनाने वाले ने उनके पुलिस यूनिफॉर्म तथा अन्य कई फोटो अपलोड करके उन्हें बदनाम करने का प्रयास किया है। 
कुछ दिनों पहले उन्होंने अमरेली में अपनी धाक बताने वाले दो चीटरो को पर्दाफाश किया था। इसके अलावा कई हिस्ट्रीशीटर को भी जेल की हवा खिलाई है। उन्हें शक है कि यह उन्हीं का षडयंत्र हो सकता है। उल्लेखनीय है कि अब तक कई आईपीएस अधिकारियों के फर्जी अकाउंट बनाकर उनके नाम से गलत गलत पोस्ट शेयर की जाती है। लेकिन अब तक कोई आरोपी पकड़ा नहीं गया। जिसमें की वडोदरा के पुलिस कमिश्नर शमशेर सिंह, राजकोट के रेंज आईजी संदीप सिंह, सीआईडी क्राइम के डीजीपी टीएस बित्स तथा जेसीपी विपुल अग्रवाल के डीवाईएसपी मुकेश चौधरी के अकाउंट बनाए गए हैं।