कल से शुरू हो रही है चैत्र नवरात्रि, जानें किस दिन होगी किस माताजी की पूजा

कल से शुरू हो रही है चैत्र नवरात्रि, जानें किस दिन होगी किस माताजी की पूजा

हिंदू मान्यताओं के अनुसार अनोखा है चैत्र नवरात्रि का पर्व, माता खुद आती है धरती पर

हिन्दू धर्म में चैत्र नवरात्रि का विशेष महत्व माना गया है। इस दिन से ही हिंदूओं का नया साल शुरू होता है। इसके अलावा यह पर्व माता शक्ति की उपासना का भी है। इस दौरान माता दुर्गा की स्थापना कर उनकी पुजा की जाती है। इस साल चैत्र नवरात्रि 13 अप्रैल से शुरू होकर 22 अप्रैल के दिन खतम होगी। बता दे की साल में दो बार नवरात्रि आती है, एक तो चैत्र नवरात्रि और दूसरी शरद नवरात्रि। इस दौरान माता दुर्गा की विधि पूर्वक स्थापना कर उनकी पुजा की जाती है। इस दौरान घटस्थापना भी की जाती है। तो आइये जानते है की इस बार चैत्र नवरात्रि के दौरान कौन सी तारीख को इस माता की पुजा की जाएगी। 
बता दे की नवरात्रियों की प्रमुख तिथियों में 15 अप्रैल को गणगौर पुजा, 19 अप्रैल को सप्तमी, 20 अप्रैल को दुर्गाष्टमी और 21 अप्रैल को रामनवमी की पुजा की जाएगी। इस दौरान 13 अप्रैल को घट स्थापना की जाएगी और साथ ही माँ शैलपुत्री की पुजा अर्चना की जाएगी। इसके बाद 14 अप्रैल से 21 अप्रैल तक अनुक्रम माँ ब्रह्मचारिणी, माँ चंद्रघंटा, माँ कुष्मांडा, माँ स्कंदमाता, माँ कात्यायनी, माँ कालरात्री, माँ महागौरी और माँ सिद्धिदात्री की पुजा की जाएगी। अंत में 22 अप्रैल को लोग अपने उपवास का अंत करेंगे। नव दिनों के दौरान माँ दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पुजा अर्चना की जाती है। 
इन नव दिनों के दौरान यदि कोई बताए गए उपाय करता है तो उसे माता की कृपा अवश्य प्राप्त होती है। 
- नवरात्रि के पावन दिनों में अखंड दिया करने का काफी ज्यादा महत्व है। एक बात खास ध्यान दी जाए की अखंड दिया रखने के बाद घर को खाली नहीं छोडना चाहिए। 
- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दौरान माता धरती पर विचरण करती है। इसलिए नव दिनों तक माता को सात्विक चीजों का भोग चढ़ना चाहिए। 
- नव दिनों के दौरान माताजी का ध्यान रखने से माता अत्याधिक खुश होती है। इस दौरान दुर्गा चालीसा या दुर्गा सप्तशती का पाठ करना चाहिए। 
- माता को खुश करने के लिए हर रोज उनपर पुष्प अर्पित करे। यदि हो सके तो अधिकतर लाल फूल का प्रयोग करे, क्योंकि माता को लाल रंग के पुष्प अधिक प्रिय होते है। 
- नवरात्रि के दौरान माता को सुहागनों का सामान भी अर्पित करना चाहिए। माता को सुहागनों का सामान अर्पित करना काफी शुभ माना जाता है।