अहमदाबाद : रूस -गुजरात के बीच ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम के अंतर्गत आयोजित हुई वर्चुअल राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस

अहमदाबाद : रूस -गुजरात के बीच ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम के अंतर्गत आयोजित हुई वर्चुअल राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस

मुख्यमंत्री श्री विजय रूपाणी ने केवड़िया-स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से किया कॉन्फ्रेंस को संबोधित

‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने रूस के साथ क्षेत्रीय सहयोग को गति देने को बनाई ‘एक्ट फार ईस्ट’ की नीति में सहभागी होने का गौरव गुजरात को भी मिला है’
मुख्यमंत्री  विजय रूपाणी ने ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम के अंतर्गत गुजरात और रशिया के सखा (याकुत्या) गणराज्य के बीच आयोजित हो रही राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस में गुरुवार को केवड़िया से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भाग लिया। मुख्यमंत्री ने इस कॉन्फ्रेंस के दौरान सखा (याकुत्या) गणतंत्र राज्य के प्रमुख एजन निकोलाइ और उनके सहयोगियों के साथ गुजरात और सखा (याकुत्या) के बीच विकास के विभिन्न क्षेत्रों में सहभागीदारी के संबंध में विस्तार से परामर्श किया। मुख्यमंत्री ने इस संदर्भ में विशेषकर डायमंड, सिरामिक्स, टिम्बर और फार्मास्यूटिकल्स क्षेत्र में आपसी सहयोग की उत्सुकता दिखाई। 
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम के समापन सत्र में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधन देंगे। इस समापन सत्र में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी शिरकत करेंगे। मुख्यमंत्री  विजय रूपाणी ने कहा कि इससे पूर्व 2019 में आयोजित हुई ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम में प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति  व्लादिमीर पुतिन ने क्षेत्रीय सहयोग पर विशेष जोर दिया था। 
उन्होंने कहा कि रूस के सुदूर पूर्व के क्षेत्रों के साथ भारत के जुड़ाव को ज्यादा सुदृढ़ बनाने की मंशा के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘एक्ट फार ईस्ट’ की जो नीति बनाई है, उसमें गुजरात को भी जुड़ने का गौरव मिला है। 
श्री रूपाणी ने 2019 में गुजरात के उद्योग-व्यापार जगत के प्रतिनिधिमंडल के साथ अपने व्लादिवोस्तोक दौरे की याद ताजा करते हुए कहा कि, उस वक्त गुजरात और सखाया के बीच बिजनेस कोऑपरेशन का समझौता करार (एमओयू) भी किया गया था। उन्होंने कहा कि उस एमओयू के संदर्भ में हुई गति-प्रगति कोरोना महामारी की मौजूदा परिस्थिति के चलते प्रभावित हुई है। इस अवसर पर उन्होंने यह अपेक्षा भी जताई की कि दुनिया इस महामारी से जल्द से जल्द बाहर आए तथा गुजरात-सखाया के संबंधों में फिर से अनुकूल वातावरण का निर्माण हो। 
मुख्यमंत्री ने गुजरात के प्रभावक विकास की विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि गुजरात 224 बिलियन डॉलर के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के साथ केमिकल, पेट्रोकेमिकल्स, डेयरी, फार्मास्यूटिकल्स, सीमेंट, सिरामिक्स, जेम्स एंड ज्वेलरी, टेक्सटाइल और इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों में देशभर में शीर्ष स्थान पर है। इतना ही नहीं, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस (कारोबार सुगमता) की नीति के सफल कार्यान्वयन से गुजरात औद्योगीकरण के क्षेत्र में देश का अग्रिम पंक्ति का राज्य बना है। 
उन्होंने कहा कि राज्य में विभिन्न तरह के लगभग 800 विशाल बड़े उद्योग और 35 लाख से अधिक सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2020-21 में गुजरात ने देशभर में सर्वाधिक 21.89  बिलियन डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी पूंजीनिवेश (एफडीआई) प्राप्त करने की उपलब्धि हासिल की है। मुख्यमंत्री ने आगामी वाइब्रेंट समिट में सखा (याकुत्या) गणराज्य के व्यापार-उद्योग जगत के अग्रणियों के प्रतिनिधिमंडल के साथ भाग लेने का श्री एजिन निकोलाइ को आमंत्रण भी दिया। इस राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस में गुजरात के डायमंड, फार्मास्यूटिकल और सिरामिक क्षेत्र के अग्रणी उद्योगपति भी वर्चुअल माध्यम से जुड़े थे। मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि यह राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस गुजरात-सखाया (याकुत्या) गणराज्य के बीच दीर्घकालिक और गर्मजोशी भरे संबंधों एवं उद्योग-व्यापार के विकास के लिए उपयुक्त साबित होगी। 
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