अहमदाबाद : मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की उपस्थिति में गुजरात विश्वकोश ट्रस्ट तथा गुजराती लेक्सिकॉन के बीच एमओयू हुआ

अहमदाबाद : मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की उपस्थिति में गुजरात विश्वकोश ट्रस्ट तथा गुजराती लेक्सिकॉन के बीच एमओयू हुआ

हमारी गुजराती भाषा की समृद्धि तथा उन्नति में गुजरात विश्वकोश एवं गुजराती लेक्सिकॉन का महत्वपूर्ण योगदान : मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल

प्रधानमंत्री नरेंद्रभाई मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार मातृभाषा तथा संस्कृति की रक्षा को समर्पित 
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की उपस्थिति में गुरुवार को अहमदाबाद स्थित गुजरात विश्वकोश ट्रस्ट में गुजरात विश्वकोश तथा गुजराती लेक्सिकॉन के बीच एमओय हुआ। इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गुजरात विश्वकोश ट्रस्ट तथा गुजराती लेक्सिकॉन की पहल और उम्दा कार्य के लिए दोनों संस्थाओं को अभिनंदन देते हुए कहा कि गुजरात विश्वकोश ट्रस्ट एवं गुजराती लेक्सिकॉन; दोनों ने गुजराती भाषा में पहले किसी ने न किया हो, ऐसा सराहनीय व प्रशंसनीय कार्य किया है।
मुख्यमंत्री भुपेन्द्र पटेल ने कहा कि गुजरात विश्वकोश ट्रस्ट गुजराती भाषा की विकास यात्रा का एक महत्वपूर्ण साथी रहा है, परंतु तेज़ी से बदलते समय में आधुनिक टेक्नोलॉजी आवश्यकता बन गई है। ऐसे समय में दिवंगत रतिलाल चंदरिया ने गुजराती लेक्सिकॉन की पहल द्वारा हमारी भाषा के अमूल्य शब्द भंडार को डिजिटलाइज़ कर भाषा सेवा की धुनी रमाई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ये दोनों संस्थाएँ रोबोटिक्स-आर्टिफि़शियल इंटेलिजेंस जैसी जटिल विज्ञान शाखाओं के ज्ञान को गुजराती भाषा में उपलब्ध कराने की परियोजनाएँ भी साथ मिलकर चला रही हैं। यह भी मातृभाषा संरक्षण के लिए सराहनीय प्रयास है।
उन्होंने कहा कि डिजिटल युग में गुजराती भाषा के प्रचार-प्रसार में गुजराती लेक्सिकॉन ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। यूथ कॉर्नर, ब्लॉग, वीडियो तथा एक्सप्लोर गुजरात जैसे विभिन्न माध्यमों से आज की युवा पीढ़ी और भाषा प्रेमियों को एक मंच पर साथ लाने का प्रयास किया गया है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्रभाई मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार मातृभाषा तथा संस्कृति रक्षा के लिए समर्पित है। दो वर्ष पूर्व ही प्रधानमंत्री  नरेंद्रभाई ने देश में क्रांतिकारी शिक्षा नीति का क्रियान्वयन किया है, जिसमें मातृभाषा में केवल शिक्षा पर ही नहीं, बल्कि शिक्षा के माध्यम के रूप में भी मातृभाषा पर बल दिया गया है। भूपेंद्र पटेल ने विश्वास व्यक्त किया कि प्रधानमंत्री की प्रेरणा से हम गुजरात में भाषा सेवा की दिशा में कार्यरत् रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि संस्थाओं और सरकार के सामूहिक प्रयासों से गुजराती भाषा की भव्य विरासत का संरक्षण तो होगा ही, साथ ही साथ भाषा-संस्कृति; दोनों सिद्धियों के नए शिखरों को पार करेंगी।
श्री पटेल ने शिक्षाविदों, भाषाविदों, शैक्षिक संस्थाओं का भी आह्वान किया कि वे गुजराती भाषा और ज्ञान की क्षितिजों का निरंतर विस्तार करने के लिए आगे आएँ। इस  अवसर पर कवि अमर भट्ट द्वारा विभिन्न कविताएँ भी प्रस्तुत की गईं। विश्वकोश के ट्रस्टी कुमारपाल, नितिनभाई शुक्ल, प्रकाशभाई भगवती, गुजराती चंद्रयान फ़ाउण्डेशन में ट्रस्टी  मुकेशभाई शाह, साहित्यकार और भाषा प्रेमी उपस्थित रहे।
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