अहमदाबाद : मानसून में 220 सड़कें धंसने के डर से एएमसी ने सार्वजनिक चेतावनी बोर्ड लगाए

अहमदाबाद : मानसून में 220 सड़कें धंसने के डर से एएमसी ने सार्वजनिक चेतावनी बोर्ड लगाए

खोडियारनगर इलाके में गटर के ढक्कन टूट गए हैं, जिससे रात के समय वाहन चालकों के गड्ढे में गिरने का खतरा बना रहता है

सामान्य रुप से दो दिन पहले गुजरात पहुंचा दक्षिण-पश्चिम मानसून अब तक सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के कुछ हिस्सों को ही कवर कर पाया है। गुजरात के कई हिस्सों में बारिश की कमी के कारण बुवाई में देरी हो रही है। अहमदाबाद की बात करें तो मानसून का इंतजार जारी रहेगा। क्योंकि सिनोप्टिक कंडीशन के अभाव में वडोदरा से उनके आने में बाधा आ रही है। मानसून ने 13 जून को गुजरात में दस्तक दी और सोमवार तक दक्षिण गुजरात और वडोदरा को कवर कर लिया। सौराष्ट्र के तटीय जिलों जैसे पोरबंदर, जूनागढ़, अमरेली और भावनगर में भी बारिश की सूचना है। लेकिन तेज बारिश नहीं हुई। कहीं नाला टूटा है, कहीं गड्ढा है तो कहीं स्ट्रीट लाइट की समस्या है।
अहमदाबाद के खोडियारनगर इलाके में नाली के ढक्कन टूट गए हैं। खासकर रात के समय वाहन चालकों के गड्ढे में गिरने का खतरा बना रहता है। जनता की ओर से मांग उठाई गई है कि सिस्टम तत्काल नया सीवर कवर लगाए। जबकि कांकरिया के पारसी अगियारी के पास की सड़क भी बदहाल हो गई है। जिससे वाहन चालकों को परेशानी हो रही है। इस रोड पर अक्सर स्ट्रीट लाइट की समस्या भी सामने आ चुकी है। तंत्र की लापरवाही इस सड़क पर हादसों को न्योता दे सकती है। नारोल चार रास्ता से पिराना रोड पर जगह-जगह सर्विस रोड जर्जर हो गया है और फुटपाथ भी टूट गया है। जिससे वाहन चालकों को काफी परेशानी हो रही है। साथ ही जगह-जगह गंदगी के ढेर लग गए हैं। इसलिए व्यवस्था के लिए सड़क की तत्काल मरम्मत और फुटपाथ बनाना जरूरी है।
 अहमदाबाद शहर में एएमसी द्वारा एक नया प्रयोग किया जा रहा है। जिसमें शहर में हाल ही में खोदी गई सड़कों की सूची की घोषणा की जाएगी। जिसमें अहमदाबाद शहर में करीब 220 सड़कें धंसने और बरसात के मौसम में बैठने की संभावना भी जताई जा रही है। इस बार, शहरवासयों को कोई परेशानी न हो इसके लिए एएमसी पदाधिकारियों  और अधिकारियों द्वारा राउंडअप किया जा रहा है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि मानसून में नागरिकों को नुकसान न पहुंचे। सड़कों पर सार्वजनिक चेतावनी बोर्ड लगाए जा रहे हैं और क्षतिग्रस्त सड़कों के चारों ओर बैरिकेड्स लगाए जा रहे हैं। वहीं एएमसी पैदल चलने वालों से सार्वजनिक चेतावनी बोर्ड लगने वाले सड़क पर न चलने की अपील कर रही है। 
संक्षेप में कहें तो मानसून के दौरान सड़क धंसने की घटना से पहले ही पुलों का निर्माण किया जा रहा है। पैदल चलने वालों और मोटर चालकों को गड्ढों में गिरने से रोकने के लिए एएमसी पहले से ही आगे की योजना बना रही है। जिसके लिए एएमसी  सोशल मीडिया के जरिए 220 सेटेलमेन्ट सड़कों की सूची जारी करेगी।
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