पंचायत चुनाव जीतने के बाद नक्सलियों को पार्टी नहीं देना नवनिर्वाचित मुखिया को भारी पड़ा!

पंचायत चुनाव जीतने के बाद नक्सलियों को पार्टी नहीं देना नवनिर्वाचित मुखिया को भारी पड़ा!

बिहार के मूंगरे गाँव में नए बने मुखिया को उनकी एक छोटी से गलती उनके लिए जानलेवा साबित हो गई। चुना जीतने के बाद इलाके के नक्सलियों को पार्टी ना देने के कारण उन्हें अपनी जान गंवानी पड़ी। नक्सलियों ने गला रेत कर नए मुखिया बने परमानंद टुड्डु की हत्या कर दी थी। घटना मुंगेर जिले के आजीमगंज पंचायत के मथुरा गाँव में हुई थी। सुनने में आया की हत्या का कारण चुनाव जीतने के बाद मुखिया ने नक्सलियों को पार्टी नहीं देने का था। 
आजतक की रिपोर्ट के अनुसार, मुखिया के बेटे अभिषेक ने पुलिस को बताया की देर रात को करीब 6 से 7 नक्सली घर में घुसे। उन्होंने परमानंद भाई को उठाया और उनसे खींचातानी करने लगे। नक्सलियों ने परमानंद को कहा की चुनाव जीते है तो खस्सी का मांस खिलाओ। हालांकि इसके पहले की वह कुछ बोलते सभी उन्हें घसीटते हुये बाहर ले गए और उनकी गला रेतकर उनकी हत्या कर दी। अभी तक परमानंद ने मुखिया पद की शपथ भी नहीं ली थी, उसके पहले ही उनकी हत्या कर दी थी। ग्रामीणों का कहना है की  नक्सलियों ने गाँव वालों से दूसरे मुखिया का समर्थन करने के लिए कहा था। हालांकि गाँव वालों ने परमानंद की विनम्रता और उनके काम को देखते हुये उन्हें चुनाव में वोट दिया था और यहीं कारण है की नक्सलियों ने गुस्से में आकर उनकी हत्या कर दी थी। 
इसके पहले साल 2016 में भी परमानंद ने नक्सलियों के मना करने के बाद भी चुनाव लड़ा था। हालांकि उन्हों ने उस बार भी चुनाव लड़ा था। पर वह हार गए थे। इसके बाद इस साल भी नक्सलियों ने उन्हें मना किया पर वह फिर भी नहीं माने और उन्होंने चुनाव लड़ा। हालांकि इस बार उनकी जीत हो गई थी। बस यही कारण था की नक्सलियों ने उनकी हत्या कर दी। ग्रामीणों का कहना है की नक्सलियों द्वारा उन्हें धमकी दी गई है की यदि किसी ने भी इस बारे में मुंह खोला तो सभी के साथ काफी बुरा होगा। इसलिए ही गाँव वाले चुप है।
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