जिस जगह सायरस मिस्त्री दुर्घटनाग्रस्त हुए वहां इसी साल सड़क हादसे में अब तक जा चुकी हैं 26 जानें

जिस जगह सायरस मिस्त्री दुर्घटनाग्रस्त हुए वहां इसी साल सड़क हादसे में अब तक जा चुकी हैं 26 जानें

चारोटी से मुंबई के बीच 500 मीटर की वो सड़क मानो ब्लैक स्पॉट बन चुकी है; अचानक टर्न के बाद सड़क संकरी हो जाती है

टाटा उद्योग समूह के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री की मौत इस महीने के 4 तारीख को मुंबई-अहमदाबाद हाईवे पर एक भीषण दुर्घटना में हो गई। चरोटी के पास जिस जगह सड़क हादसे में टाटा उद्योग समूह के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री की मौत हुई थी, उस जगह पर पहले ही ब्लॉक स्पॉट बन चुका है। पिछले एक साल में इस जगह पर 26 लोगों की मौत हो चुकी है।

सड़क सकरी होने से होती है दुर्घटनाएं


पुलिस सूत्रों के मुताबिक इधर, सूर्या नदी पुल के पास थ्री-लेन सड़क एक मोड़ के बाद अचानक टू-लेन हो जाती है, जिससे अधिकांश वाहन चालक फंस जाते हैं। मुंबई के ठाणे के घोड़बंदर से लेकर पालघर जिले के दपचट्टी तक 100 किलोमीटर लंबे इस तरह के हादसों में पिछले एक साल में 62 लोगों की मौत हुई है और 192 लोग घायल हुए हैं। महाराष्ट्र राजमार्ग के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि चरोटी के पास राजमार्ग के जिस हिस्से पर मिस्त्री की कार 4 सितंबर को दुर्घटनाग्रस्त हुई थी। इस इलाके में इस साल की शुरुआत से अब तक 25 गंभीर हादसों में 26 लोगों की मौत हो चुकी है। उन्होंने बताया कि चिन्चोती के पास वाले हिस्से में इसी अवधि में 35 गंभीर हादसों में 25 लोगों की मौत हो चुकी है और मानोर के निकट 10 हादसों में 11 लोगों की जान गई है।

ज्यादातर दुर्घटनाएं लापरवाही से वाहन चलाने के कारण


पूरे हाईवे पर कई ब्लैक स्पॉट बन गए हैं। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि ज्यादातर दुर्घटनाएं लापरवाही से वाहन चलाने के कारण होती हैं। गौरतलब है कि हादसा तब हुआ जब अपनी मार्सिडीज कार में जब सायरस मिस्त्री गुजरात के उदवाड़ा में बने पारसी मंदिर से से मुंबई आ रहे थे। 54 साल के मिस्त्री की मर्सिडीज पालघर के कासा के पास चरोटी गांव में सूर्या नदी के पुल पर रोड डिवाइडर से टकराई थी।

2021 में देश में 4।03 लाख सड़क दुर्घटनाएं


राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में देश में 4.03 लाख सड़क दुर्घटनाएं हुईं जिनमें 1,55,622 मौतें हुईं। उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक 24,711 मौतें हुईं, वहीं तमिलनाडु में सबसे अधिक 57,090 सड़क दुर्घटनाएं हुईं। इससे पहले 2020 में देश में 3.66 लाख सड़क दुर्घटनाएं हुई थीं जिनमें 1,31,714 लोगों की मौत हुई। विश्व बैंक के अनुसार, भारत में हर साल औसतन 4.5 लाख सड़क दुर्घटनाएं होती हैं जिनमें लगभग 1।5 लाख लोग मारे जाते हैं।
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