सूरत : स्वच्छता सर्वे में नंबर वन शहर में लिंबायत से गुजरने वाली कोयली खाड़ी में फैला प्रदूषण
कमेला से गुजरने वाली कोयली खाड़ी के आसपास की औद्योगिक इकाइयाँ नियमित रूप से खाड़ी में गंदगी और कचरा फेंकती हैं
स्वच्छ सर्वेक्षण के दौरान इंदौर के साथ सूरत देश का नंबर एक सबसे स्वच्छ शहर बन गया है। देश में सूरत को स्वच्छ बनाने के लिए जन जागरूकता के साथ कई प्रयास किये जा रहे हैं। सूरत शहर से गुजरने वाली खाड़ी की सफाई के साथ-साथ सौंदर्यीकरण का काम भी किया गया है। एक ओर नगर निगम खाड़ी की सफाई के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है, लेकिन दूसरी ओर लिंबायत से होकर गुजरने वाली कोयली खाड़ी में उद्यमियों द्वारा फैक्ट्रियों का कचरा डाला जा रहा है। जिससे खाड़ी में प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है नगरनिगम प्रणाली द्वारा भी कोई कठोर उपाय नही उठाया गया।
सूरत नगर निगम स्वच्छता पर जोर दे रही है जिसमें सूरत के ज्यादातर लोग नगर निगम के काम का समर्थन कर रहे हैं। लेकिन, कुछ लोग सूरत की स्वच्छता के लिए खलनायक बन रहे हैं। सूरत नगर निगम के लिंबायत जोन में कोयली खाड़ी में प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है। लिंबायत में नवा कामेला से गुजरने वाली कोयली खाड़ी के आसपास स्थित औद्योगिक इकाइयां कचरे को घर-घर कचरा संग्रहण गाड़ियों या उचित निपटान के बजाय सीधे खाड़ी में डंप कर रही हैं।
खाड़ी के किनारे स्थित औद्योगिक इकाइयों द्वारा खाड़ी को अंधाधुंध प्रदूषित किया जा रहा है। इससे मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है, जिससे लोगों के स्वास्थ्य को भी खतरा पैदा हो गया है। इस स्थिति के बावजूद नगर निगम की ओर से प्रदूषण फैलाने वालों के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं किए जाने से फैक्ट्रियां लापरवाही बरत रही हैं और गंदगी फैला रही हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ त्वरित और सख्त कार्रवाई करने की मांग की जा रही है।