शोध: दिल व दिमाग के साथ लंबी आयु के लिए भी जरूरी है अच्छी नींद
अध्ययन में पाया गया कि जिनकी नींद की आदतें अधिक लाभकारी हैं, उनकी मौत की आशंका कम होती है
चेन्नई, 26 फरवरी (हि.स.)। अच्छी नींद के फायदे अनेक हैं। हाल ही में हुए शोध में यह बात सामने आई है कि दिल और दिमाग के साथ-साथ अच्छी नींद लंबी उम्र के लिए भी जरूरी है। इस अध्ययन में यह बात भी सामने आई है कि किसी रोग से ग्रसित व्यक्ति का खराब नींद का पैटर्न उसके जान के जोखिम को बढ़ा देता है।
अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी एवं वर्ल्ड कांग्रेस ऑफ कार्डियोलॉजी संयुक्त अध्ययन के अनुसार, अच्छी नींद दिल और दिमाग ही नहीं बल्कि दीर्घायु या समग्र स्वास्थ्य को बनाए रखने में भूमिका निभाती है। यह उम्र बढ़ाने में भी बेहद सहायक है। अध्ययन में पाया गया कि जिनकी नींद की आदतें अधिक लाभकारी हैं, उनकी मौत की आशंका कम होती है। इसके अलावा, आंकड़ों से पता चलता है कि किसी भी कारण से होने वाली लगभग 8 फीसदी मौतों का कारण खराब नींद पैटर्न हो सकता है। 27वां कांग्रेस आफ यूरोपीयन स्लिप रिसर्च सोसायटी द्वारा "स्लीप यूरोप-2024" का आयोजन स्पेन में 24 से 27 सितंबर 2024 को आयोजित होगा जिसमें मनुष्य के उत्तम स्वास्थ्य और दीर्घायु के लिए नींद की महत्ता पर ग्लोबल रिसर्च की चर्चा होगी।
बेथ इज़राइल डेकोनेस में इंटरनल मेडिसिन रेजिडेंट डॉ फ्रैंक कियान ने बताया, "हमने एक सुनिश्चित डाइट का प्रभाव और उच्च गुणवत्ता की नींद के प्रभाव का अध्ययन किया। अच्छी नींद से हृदय संबंधी समस्याएं कम होती हैं जिससे मृत्यु दर में बेहद कमी आती है।"
अध्ययन के दौरान डॉ कियान और टीम ने 172,321 लोगों से जानकारी प्राप्त की जिनकी औसत आयु 50 वर्ष थी। इनमें 54% महिलाएं शामिल थी। वर्ष 2013 से 2018 के बीच राष्ट्रीय स्वास्थ्य सर्वेक्षण के दौरान जो आंकड़े एकत्रित हुए वह चौका देने वाले थे। इस अध्ययन में डॉ. कियान ने नींद की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जिसमें नींद के प्रकार और नींद की आदतों के बारे जानकारी शामिल किया गया। उनके इस अध्ययन में नींद की अवधि का सहबंध जीवन अवधि को कैसे प्रभावित करती है।
पिछले अध्ययनों से पता चला है कि बहुत कम या बहुत अधिक नींद लेने से हृदय पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। अनिद्रा एक ऐसा विकार है जिसके कारण स्लीप एपनिया की भी समस्या हो सकती है । इसमें कोई व्यक्ति सोते समय सांस रोक सकता है या रुक सकता है तो ऐसे ही स्थिति में उच्च रक्तचाप, अलिंद फिब्रिलेशन और दिल के दौरे सहित कई स्थितियां उत्पन्न हो सकती है।