जनता के सुख में सुखी और दु:ख में दु:खी की कार्य पद्धति अपनाई : मुख्यमंत्री 

जनता के सुख में सुखी और दु:ख में दु:खी की कार्य पद्धति अपनाई : मुख्यमंत्री 

वींछिया कस्बे में ‘सौनी योजना’ सहित विभिन्न विकास कार्यों की वासंती लहर, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने 337 करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण-शिलान्यास किया

गांधीनगर 16 फरवरी : मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के करकमलों से शुक्रवार को राजकोट जिले के वींछिया में 337.06 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण-शिलान्यास किया गया, जिसमें ‘सौनी योजना’ की लिंक 4 के पैकेज 9 के कार्य भी शामिल हैं। वींछिया के मार्केटिंग यार्ड के पास आयोजित इस कार्यक्रम में उपस्थित विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सुदूरवर्ती लोगों को ध्यान में रख कर, उनके लिए योजना बना कर और उन्हें मुख्य धारा में जोड़ने के लिए सदा-सर्वदा प्रयत्नशील रहे हैं। प्रधानमंत्री ने अमृतकाल में देश को विकसित बनाने के संकल्प के साथ विकास के लिए गरीब, युवा, किसान और नारी शक्ति के रूप में मुख्य चार जातियाँ निर्धारित की हैं। गुजरात के बजट में भी इन चार जातियों के सर्वांगीण विकास को प्राथमिकता दी गई है।

श्री पटेल ने कहा कि आज का यह अवसर इन चार जातियों को विकास की नई दिशा देने वाले बहुविद् विकास का अवसर है। आज 214 दिव्यांगों को 28.93 लाख रुपए की संसाधन सहायता तथा विचरणशील जाति के 133 लाभार्थियों को आवास हेतु भूखंड की सनद का वितरण सरकार की गरीब कल्याण की प्रतिबद्धता है। इस जिले के युवाओं को तकनीकी शिक्षा द्वारा रोजगारपरक शिक्षा देने के लिए 9 करोड़ रुपए का नया आईआईटी भवन युवा विकास का हमारा संकल्प है। ‘सौनी योजना’ की लिंक 4 के पैकेज 9 का कार्य 181 करोड़ रुपए की लागत से शुरू करने का शिलान्यास अन्नदाता को सिंचाई सुविधा से समृद्ध करने का संकल्प है। 139 करोड़ रुपए की लागत से समूह सुधार जलापूर्ति योजना के कार्य इस क्षेत्र की माताओं-बहनों की पानी की पीड़ा समाप्त करने का प्रयास है। गुजरात सरकार प्रधानमंत्री द्वारा विकसित की गई कार्य पद्धति ‘जो कहा, वो किया’ के सिद्धांत के अनुसार कार्य कर रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास के लिए विभिन्न योजनाएँ देने के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इन योजनाओं के लाभ निचले स्तर तक तथा सुदूरवर्ती व्यक्ति तक पहुँचाने के प्रयास हमेशा किए हैं, जिसकी गारंटी के रूप में और गुजरात सरकार की “सरकारी योजनाओं के लाभ सुदूरवर्ती लोगों को मिलने ही चाहिए” की दृढ़ता के साथ हाल ही में राज्य के गाँवों तक विकसित भारत संकल्प यात्रा आयोजित की गई। इस प्रकार; योजनाओं के लाभों को लोगों तक पहुँचा कर विकसित गुजरात से विकसित भारत बनाना है।

श्री पटेल ने कहा कि ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की संकल्पना को सार्थक करने के लिए राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के लाभ अंतिम पंक्ति में स्थित व्यक्ति तक पहुँचाए जा रहे हैं। ‘जनता के सुख में सुखी और जनता के दु:ख में दु:खी’ होने की कार्यपद्धति के साथ इस तरह कार्य किए जा रहे हैं कि जनता को कोई कष्ट न हो। मुख्यमंत्री ने उपस्थित लोगों से आह्वान किया, “आप अपने क्षेत्र की समस्याओं के निवारण तथा विकास के लिए आवश्यक कार्यों का विवरण सरकार तक पहुँचाने में सहयोग करें।” उन्होंने कहा कि नागरिकों की समस्याओं का निवारण करना सरकार का संकल्प है। विकसित भारत के निर्माण में जनता के दायित्व की चर्चा करते उन्होंने कहा कि हमारे क्षेत्र में हुए विकास कार्यों का रखरखाव करने का दायित्व हम सबका है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि गुजरात विकसित भारत के निर्माण में ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ के साथ नेतृत्व के साथ आगे बढ़ेगा।

इस अवसर पर सांसद मोहनभाई कुंडारिया, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती प्रवीणाबेन रंगाणी, अग्रणी भरतभाई बोघरा, जिला कलेक्टर प्रभव जोशी, जिला विकास अधिकारी डॉ. नवनाथ गव्हाणे, राजकोट (ग्रामीण) जिला पुलिस अधीक्षक जयपालसिंह राठौड, अतिरिक्त जिला कलेक्टर डी. जे. वसावा, ‘सौनी योजना’ के मुख्य अभियंता एच. यू. कल्याणी, अन्य वरिष्ठ अधिकारी, अग्रणी अल्पेशभाई ढोलरिया, अश्विनभाई सांकळिया, भावेशभाई वेकरिया, अनिलभाई मकाणी सहित स्थानीय अग्रणी, जसदण-वींछिया के संत, महंत, किसान और लोग बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।