ब्रिटेन के पहले कैंसर मरीज को दी गई विश्व की पहली वैक्सीन "एमआरएनए-4359"

संबंधित मरीज को जब दूसरे उपचारों से सफलता नहीं मिली तो उसने ट्रायल में भाग लेने का फैसला किया

ब्रिटेन के पहले कैंसर मरीज को दी गई विश्व की पहली वैक्सीन

चेन्नई, 11 फरवरी (हि.स.)। यूनाइटेड किंगडम में कैंसर वैक्सीन एमआरएनए-4359 का फ्री ट्रायल शुरू हो गया है। जिसका मुख्य उद्देश्य व्यक्ति के शरीर में कैंसर कोशिकाओं की पहचान कर उनसे मुकाबला करने के लिए सक्षम बनाना है। वैज्ञानिकों को भरोसा है कि जल्दी ही इसे बाजार में उतार दिया जाएगा और विश्व भर के कैंसर मरीजों को यह नई जिंदगी देगा।

जानकारी के मुताबिक सरे के 81 वर्षीय एक व्यक्ति को एमआरएनए-4359 नामक वैक्सीन की पहली खुराक दी गई। वह पिछले एक साल से त्वचा कैंसर से पीड़ित है। संबंधित मरीज को जब दूसरे उपचारों से सफलता नहीं मिली तो उसने ट्रायल में भाग लेने का फैसला किया। इस तरह यह मरीज विश्व की अपने तरह की वैक्सीन लेने वाला पहला मरीज बन गया।

इंपीरियल कॉलेज लंदन के क्लिनिशियन वैज्ञानिक और इंपीरियल कॉलेज हेल्थकेयर एनएचएस ट्रस्ट के सलाहकार, मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट और परीक्षण की यूके शाखा के अन्वेषक डॉ. डेविड पिनाटो के मुताबिक "यह शोध अभी शुरुआती चरण में है और इसमें कई साल लग सकते हैं।" रोगियों के लिए उपलब्ध कराने के लिए यह परीक्षण महत्वपूर्ण धरातल तैयार कर रहा है जो नई उपचार पद्धति को विकसित करने में मदद करेगा। ऐसी आशा की जा रही है कि यह कम विषाक्त और अधिक सटीक निकलेगा।

इस वैक्सीन के विकास करने वाले वैज्ञानिकों के अनुसार यह वैक्सीन एक प्रकार की इम्यूनोथेरेपी के रूप में कार्य करता है जिसका अर्थ है कि वे कैंसर कोशिकाओं से लड़ने के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है। वैज्ञानिकों ने बताया कि कैंसर को रोकने वाले अन्य वैक्सीन से यह भिन्न है। जो कैंसर को रोकने में अविश्वसनीय प्रभाव पैदा करता है।

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