गुजरात : बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं के सत्यापन में गलतियों के लिए 9218 शिक्षकों पर कुल एक करोड़ का जुर्माना लगाया गया
उत्तर पुस्तिका में सारांश में गलती करने के बावजूद 2657 शिक्षकों ने अब तक जुर्माने के 55 लाख रुपये का भुगतान नहीं किया
गुजरात में कक्षा-10 और कक्षा-12 के छात्रों की उत्तर पुस्तिकाओं के योग में गलती करने पर पिछले दो वर्षों में 9218 शिक्षकों पर जुर्माना लगाया गया, लेकिन 2657 शिक्षकों ने अभी तक 55 लाख रुपये का जुर्माना नहीं भरा है।
विधानसभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब में शिक्षा मंत्री ने कहा कि दो साल में कक्षा-10 में 3350 और कक्षा-12 में 5868 शिक्षकों ने उत्तर पुस्तिकाओं के सत्यापन में गलतियां की हैं। इस गलती के लिए शिक्षा विभाग ने इन सभी पर दोनों कक्षाओं में क्रमश: 48 लाख और 1.02 करोड़ का जुर्माना लगाया था। शिक्षकों पर लगाए गए जुर्माने में से अधिकांश शिक्षकों ने जुर्माने की राशि का भुगतान कर दिया है, लेकिन कक्षा-10 में 787 शिक्षकों और कक्षा-12 में 1870 शिक्षकों ने अभी तक जुर्माना राशि का भुगतान नहीं किया है। इन दोनों श्रेणियों में जुर्माने की रकम क्रमश: 13 लाख और 42 लाख हो जाती
है।जुर्माना भरने वाले शिक्षकों की रकम दोनों कक्षाओं को मिलाकर 99 लाख रुपये होती है।
त्रुटि के लिए नोटिस जारी किया गया
बकाया वसूली के लिए उठाए गए कदमों के बारे में एक सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा कि जिन विषय शिक्षकों को मार्च 2022 की परीक्षा में कदाचार के लिए दंड का भुगतान लंबित है, उन्हें स्कूल के साथ-साथ जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा सूचित किया गया है, जबकि मार्च 2023 की परीक्षा में भूल के बदले एक नोटिस जारी किया गया है। उत्तर पुस्तिका में योग में त्रुटि होने पर सीधे मूल्यांकनकर्ता शिक्षक को त्रुटि दिखाने के बाद ही दंडात्मक कार्रवाई की जाती है। बोर्ड परीक्षा में परीक्षक की गलती का खामियाजा हजारों विद्यार्थियों को भुगतना पड़ा है। ऐसी गलतियों से बचने के लिए मूल्यांकन केंद्रों पर
शिक्षण टीम में एक सत्यापनकर्ता नियुक्त किया गया है।