सूरत : दुनिया का एकमात्र मंदिर जहां भक्त भगवान शिव को जीवित केकड़े चढ़ाते हैं

ऐसा माना जाता है कि यहा पौष एकादशी पर कान की बीमारी के लिए किया जाता है महादेव का अभिषेक

सूरत : दुनिया का एकमात्र मंदिर जहां भक्त भगवान शिव को जीवित केकड़े चढ़ाते हैं

आमतौर पर शिव मंदिर में भक्तों द्वारा दूध, फूल, शहद, बेलपत्र जैसी चीजें चढ़ाई जाती हैं। लेकिन कहीं आपने देखा है कि भगवान शिव को जिंदा केकड़े चढ़ाए जाते हैं! जी हां, सूरत में दुनिया का एकमात्र ऐसा मंदिर है जहां साल में एक बार भगवान शिव को जिंदा केकड़ा चढ़ाया जाता है।

सूरत के उमरा इलाके में स्थित रामनाथ घेला मंदिर दुनिया का एकमात्र ऐसा शिव मंदिर है जहां पौष एकादशी के दिन शिवलिंग पर जिंदा केकड़ा चढ़ाया जाता है। लोक मान्यता के अनुसार यदि किसी को शारीरिक दोष और विशेषकर कान का रोग है और वह इस महादेव में आस्था रखता है तो कान का रोग ठीक हो जाता है। बदले में भक्तगणों द्वारा शिवलिंग को भी जिवित केकड़ा चढ़ाया जाता है। इस उपक्रम को पूरा करने के लिए श्रद्धालु सुबह से ही जीवित केकड़े लेकर पहुंच जाते हैं और पूजा करते हैं। चूंकि केकड़ा यहां साल में केवल एक दिन ही चढ़ता है, इसलिए श्रद्धालुओं की सुबह ही लंबी कतारें देखने मिलती हैं।

रामनाथ घेला मंदिर में केकड़े चढ़ाने की पुरानी प्रथा है। इस मंदिर से एक अलौकिक घटना जुड़ी हुई है। जिसके बारे में कहा जाता है कि यह मंदिर हजारों साल पुराना है। लोककथाओं के अनुसार, भगवान राम ने तर्पण समारोह के दौरान समुद्र देवता से ब्राह्मण के रूप में प्रकट होने का अनुरोध किया क्योंकि वहां कोई ब्राह्मण नहीं था। इसलिए समुद्र देवता ब्राह्मण के रूप में प्रकट हुए और भगवान राम की पूजा की।

इसी बीच समुद्र की लहरों से कई जीवित केकड़े शिवलिंग पर गिर गये। समुद्र देव ने भगवान श्री राम से इन प्राणियों को बचाने का अनुरोध किया। यह देखकर भगवान खुश (घेला) हो गए, इसलिए इस मंदिर का नाम रामनाथ घेला महादेव मंदिर रखा गया। चूंकि इस मंदिर के बारे में मान्यता है कि यहां साल में केवल एक बार केकड़े चढ़ाए जाते हैं, इसलिए आज भी हजारों श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए आते हैं। सूरत के अलावा मुंबई और दिल्ली से भी श्रद्धालु इस दिन दर्शन करते हैं।

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